बरेली के मॉडल टाउन चौकी क्षेत्र मे हुई बुजुर्ग की मौत के मामले ने आज गुरुवार को साम्प्रदायिक रूप ले लिया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनो ने हिन्दू संगठनो के साथ मिलकर शव को सड़क पर रखकर जोरदार हंगामा किया। इस हंगामे के दौरान परिजनो ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। परिजनो का कहना था कि वे कश्मीर से विस्थापित होकर यहाँ सुरक्षा की तलाश मे आये थे न कि जुल्म सहने।
मृतक के पुत्र हेमंत ने बताया कि उनके पिता हरबंस लाल आयु 79 वर्ष दुसरे समुदाय के द्वारा किये जा रहे जुल्मो के चलते कश्मीर से विस्थापित होकर बरेली आ गए थे। हरबंस लाल यहाँ नीलकंठ कॉलोनी मे रह रहे थे। इस कॉलोनी मे 32 हिन्दू परिवार रहते है केवल एक घर दुसरे समुदाय का है। हेमंत ने बताया कि उनके पिता सात्विक प्रवृत्ति के थे और मांस आदि का प्रयोग नही करते थे। हेमंत के अनुसार उनके घर के बगल मे रहे रहे दूसरे समुदाय के लोग रोज ही माँस आदि बनाते है। माँस पकाने के दौरान आने वाली गंध से हरबंस लाल परेशान थे और इसको रोकने के लिए ही फाइबर शीट लगा रहे थे। इसी दौरान हुए विवाद मे पड़ोसी ने हरबंस लाल व उनकी पत्नी के साथ मारपीट की। आरोप है कि इस मारपीट के दौरान पड़ोसी सगीर अहमद और उसकी पत्नी ने हरबंस लाल को धक्का दे दिया। इस धक्के के बाद हरबंस लाल की तबियत बिगड़ गयी और एक निजी अस्पताल मे उनकी मौत हो गयी। आरोप है कि सगीर द्वारा की गयी मारपीट के चलते ही हरबंस लाल की मौत हुई है। कल बुधवार को ही हेमंत द्वारा इस मामले की सूचना पुलिस को दी गयी थी।
हंगामे की सूचना मिलने पर थाना बारादरी पुलिस व एसपी सिटी मानुष पारिक मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचे अधिकारियो द्वारा कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने पर परिजनो व हिन्दू संगठनो ने जाम खोला। प्रभारी निरीक्षक थाना बारादरी ने धनंजय पांडे ने बताया कि इस मामले मे गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के बाद से सगीर व उसका परिवार फरार है। सगीर अहमद के घर मे लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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