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Moradabad/Uttar Pradesh.....
मुरादाबाद जो सपा के शासनकाल में ही स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल कर दिया गया। उसके बाद सुबे में आई बीजेपी सरकार उसके द्वारा भी इसे स्मार्ट सिटी में चुना गया। शहर लगातार अतिक्रमण और प्रशासनिक रवैया झेल रहा है ना जाने कब बन पाएगा यह स्मार्ट सिटी कैसे बन पायेगा स्मार्ट सिटी स्मार्ट सिटी के लिए आवश्यक है कि वहां का नागरिक, प्रशासनिक तंत्र अपनी-अपनी ड्यूटी जिम्मेदारी से निभाए। परंतु यहां तो गंगा उलटी ही बह रही है। दिन हो या रात हो पूरे शहर में मुख्य मार्गों पर आपको अतिक्रमण देखने को मिलेगा। जगह जगह बीड़ी सिगरेट, पान मसाला, फल आदि के ठेले सड़कों पर जमे हैं। इसके साथ ही प्रशासनिक रवैया भी बहुत ज्यादा अच्छा नहीं है। बड़े से बड़े ट्रक शहर में प्रवेश कर रहे हैं। हर चौराहे पर जाम यहां की दिनचर्या का अभिन्न अंग बन चुका है। यदि किसी को मुरादाबाद से रामपुर जाना है तो 26 किलोमीटर की दूरी तय करने में 1 घंटे से अधिक का समय लग जाता है क्योंकि मुरादाबाद पार करने में ही आधा घंटा व्यतीत हो जाता है। कब देखेगा प्रशासन इन अव्यवस्थाओं को कौन जिम्मेदारी लेगा इस शहर को संभालने की कौन बताएगा यहां के नागरिक को क्या गलत है क्या सही क्योंकि सभी तो केवल इस भरोसे हैं कि हमारा शहर स्मार्ट सिटी बन जाएगा।
शहर में जगह-जगह जाम
यदि शहर के मुख्य मार्ग की बात की जाए जो रामपुर रोड है पर स्थित प्रभात मार्केट बस अडडा, हनुमान मूर्ति तिराहा, गुलाब बाड़ी चौक सभी पर अतिक्रमण अपने पांव पूरे जोर से पसारे हैं। अवैध रूप से लग रहे ठेले जो सड़कों पर लगे हैं प्रशासन की लापरवाही के चलते रोज बढ़ते जा रहे हैं। यही हालत मुख्य बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, फवारा चौक पर है सभी जगह पुलिसकर्मी तैनात हैं। चौबीसों घंटे ड्यूटी की जा रही है परंतु उसके बाद भी भारी वाहन शहर में प्रवेश कर रहे हैं।इसके लिए क्या मूल्य चुकता करा जाता है यह तो नहीं पता पर कुछ ना कुछ तो है जो हालात बदतर होते जा रहे हैं।
Moradabad/Uttar Pradesh.....
मुरादाबाद जो सपा के शासनकाल में ही स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल कर दिया गया। उसके बाद सुबे में आई बीजेपी सरकार उसके द्वारा भी इसे स्मार्ट सिटी में चुना गया। शहर लगातार अतिक्रमण और प्रशासनिक रवैया झेल रहा है ना जाने कब बन पाएगा यह स्मार्ट सिटी कैसे बन पायेगा स्मार्ट सिटी स्मार्ट सिटी के लिए आवश्यक है कि वहां का नागरिक, प्रशासनिक तंत्र अपनी-अपनी ड्यूटी जिम्मेदारी से निभाए। परंतु यहां तो गंगा उलटी ही बह रही है। दिन हो या रात हो पूरे शहर में मुख्य मार्गों पर आपको अतिक्रमण देखने को मिलेगा। जगह जगह बीड़ी सिगरेट, पान मसाला, फल आदि के ठेले सड़कों पर जमे हैं। इसके साथ ही प्रशासनिक रवैया भी बहुत ज्यादा अच्छा नहीं है। बड़े से बड़े ट्रक शहर में प्रवेश कर रहे हैं। हर चौराहे पर जाम यहां की दिनचर्या का अभिन्न अंग बन चुका है। यदि किसी को मुरादाबाद से रामपुर जाना है तो 26 किलोमीटर की दूरी तय करने में 1 घंटे से अधिक का समय लग जाता है क्योंकि मुरादाबाद पार करने में ही आधा घंटा व्यतीत हो जाता है। कब देखेगा प्रशासन इन अव्यवस्थाओं को कौन जिम्मेदारी लेगा इस शहर को संभालने की कौन बताएगा यहां के नागरिक को क्या गलत है क्या सही क्योंकि सभी तो केवल इस भरोसे हैं कि हमारा शहर स्मार्ट सिटी बन जाएगा।
शहर में जगह-जगह जाम
यदि शहर के मुख्य मार्ग की बात की जाए जो रामपुर रोड है पर स्थित प्रभात मार्केट बस अडडा, हनुमान मूर्ति तिराहा, गुलाब बाड़ी चौक सभी पर अतिक्रमण अपने पांव पूरे जोर से पसारे हैं। अवैध रूप से लग रहे ठेले जो सड़कों पर लगे हैं प्रशासन की लापरवाही के चलते रोज बढ़ते जा रहे हैं। यही हालत मुख्य बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, फवारा चौक पर है सभी जगह पुलिसकर्मी तैनात हैं। चौबीसों घंटे ड्यूटी की जा रही है परंतु उसके बाद भी भारी वाहन शहर में प्रवेश कर रहे हैं।इसके लिए क्या मूल्य चुकता करा जाता है यह तो नहीं पता पर कुछ ना कुछ तो है जो हालात बदतर होते जा रहे हैं।