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मंगलवार, जून 24, 2025

बिजनौर/उत्तर प्रदेश - महिला आयोग पहुँची साँसद चंद्रशेखर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली रोहिणी घावरी, शुरू हुई कानूनी जंग

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जिला बिजनौर की नगीना लोकसभा सीट से साँसद व आजाद समाज पार्टी (काशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर शादी का झांसा देकर शोषण करने का आरोप लगाने वाली डॉक्टर रोहिणी घावरी ने अब कानूनी लड़ाई छेड़ दी है। स्विटजरलैंड के जिनेवा मे रहने वाली भारत के इंदौर की निवासी स्कॉलर रोहिणी घावरी ने राष्ट्रीय महिला आयोग मे एक शिकायत दर्ज कराई है। रोहिणी ने सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत किये जाने की जानकारी दी है मगर कुछ साफ नही किया है।


इंदौर के एक दलित परिवार से निकलकर मेरिट के आधार पर सरकार से एक करोड़ की छात्रवृति लेकर प्रबंधन मे पीएचडी करने जेनेवा गयी रोहिणी घावरी ने कुछ दिनों पूर्व साँसद चंद्रशेखर पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किये जाने का आरोप लगाया था। रोहिणी ने सोशल मीडिया पोस्ट और इंटरव्यू के जरिए चंद्रशेखर पर शादी का झांसा देकर उनका शोषण करने का आरोप लगाया था। रोहिणी चंद्रशेखर के साथ लम्बे समय तक सम्बन्ध होने  धोखा का मामला उठा रही हैं। रोहिणी ने अब तक जो बताया है, उसके मुताबिक दलितों के मसले पर काम करते हुए दोनों की जान-पहचान हुई। रोहिणी का आरोप है कि चंद्रशेखर ने खुद को अविवाहित बताकर उनके साथ संबंध बनाए और भेद खुलने पर सुसाइड करने और दलित आंदोलन छोड़ने तक की धमकी दी।रोहिणी के कल सोमवार की शाम महिला आयोग मे की गयी शिकायत की एक पावती सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। इस रसीद का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए रोहिणी के लिखा है कि अब कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है। सच सामने आकर रहेगा। मै अपने स्वाभिमान व सम्मान के लिए लड़ूंगी, पीछे नही हटूंगी। सत्यमेव जयते।


आज मंगलवार की किये गए एक ट्वीट मे रोहिणी ने लिखा है कि दलित बेटियों के साथ शोषण अत्याचार सिर्फ तब माना जायेगा जब शोषणकारी स्वर्ण हो। दलित नेता शोषण करेंगे तो समाज छिपायेगा, नेता को बचाएगा, बहुजन आंदोलन जो चलाना है, लेकिन इस बार ऐसा नही होगा। चाहे मेरा साथ कोई दे न दे मै पूरी मजबूती से लड़ूंगी और सबक सिखाऊंगी कि कभी किसी बेटी एक साथ ऐसा न हो। जिनेवा से ही जनपावर फाउंडेशन नाम से एनजीओ चला रही रोहिणी ने शुक्रवार को मेरठ मे हुई एक मीटिंग के बाद किये गए एक ट्वीट मे कहा था कि आप सबने मेरे हौंसले को दोगुना किया है। हालात चाहे जैसे हो मै लड़ूंगी और समाज सुधार में अपनी भूमिका निभाती रहूंगी। दूसरी ओर साँसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वे इसका जबाब कोर्ट मे ही देंगे।

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