रिपोर्ट - बिजनौर/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी - विभोर कौशिक
थाना कोतवाली शहर क्षेत्र की एक रिटायर्ड एएनएम पर प्रसव के दौरान लापरवाही का आरोप लगा है। मामला उस वक्त का है जब प्रसव पीड़ा के चलते तिमरपुर बैराज कालोनी की रहने वाली आशा को गॉव मे ही सरकारी उपकेन्द्र पर ले जाकर प्रसव कराया गया। प्रसव के दौरान नवजात की मौत हो गयी।
तिमरपुर बैराज कालोनी की रहने वाली एक गरीब महिला को सुबह सवेरे प्रसव पीड़ा होने पर परिजनो ने गॉव की ही रिटायर्ड एएनएम ने पैसे के लालच मे महिला के परिजनो को बहला फुसलाकर कहा कि प्रसव तो यही करा दिया जायेगा। गरीब परिवार उसके बहकावे मे आ गया लेकिन प्रसव सुरक्षित न हो सका और प्रसव के दौरान नवजात शिशु की मौत हो गयी। परिजनो ने आरोप लगाया है कि एएनएम की लापरवाही के चलते ही शिशु की मौत हुई है।
परिजनो मे से एक महिला दया शर्मा जो मृत शिशु की बुआ है का कहना है कि स्वास्थय विभाग ने गॉव की ही दो आशाओ रामवती शर्मा और जगवती को फर्जी ढंग से उपकेन्द्र चलाने का ठेका दे रखा है। ये दोनो वहॉ आने वाले मरीजो से उगाही करते है और आपस मे बॉट लेते है। आक्रोशित परिजनो ने अवैध ढंग से उपकेन्द्र का संचालन कर रही आशाओ के खिलाफ कार्रवाई की मॉग की है।
गॉव तिमरपुर बैराज मे ही एक स्वास्थय उपकेन्द्र बना हुआ है। इस उपकेन्द्र पर एक महिला चिकित्सक आरजू तैनात है जो पिछले काफी समय से छुटटी पर है। इस महिला चिकित्सक ने उपकेन्द्र की चाबी रिटायर्ड एएनएम को दे रखी है। यह स्वास्थय केन्द्र एएनएम ही खोलती है और खुला उपकेन्द्र आशाओ के हवाले कर खेतो पर काम करने चली जाती है। इस प्रकरण पर आक्रोशित परिजनो ने एएनएम के साथ ही साथ स्वास्थय विभाग को भी जी भरकर खरी खोटी सुनायी एवं विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया।