मुरादाबाद - पुलिसकर्मियों ने कराया महिला का प्रसव, बचाई नवजात व महिला की जान, 108 से ना हो सका संपर्क
रिपोर्ट - मुरादाबाद/उत्तर प्रदेश के जिला प्रभारी - सत्यवीर यादव।
मंगलवार रात पुलिस का एक और मानवीय चेहरा सामने आया। पीआरवी कर्मियों ने समय पर पहुंचकर न सिर्फ महिला का प्रसव कराया बल्कि नवजात के जीवन की रक्षा की। सूरज निकलते ही जब यह वाकया लोगों तक पहुंचा तो हर किसी ने खाकी को इस काम के लिए सराहा। मंगलवार रात कटघर थानाक्षेत्र के मोर वाली बिल्डिंग के पास पीआरवी 0236 की तैनाती थी। इस वाहन पर कमांडर आरक्षी राम कुमार शर्मा, सब कमांडर विपिन कुमार व आरक्षी चालक लोकेश कुमार थे। रात पौने तीन बजे लखनऊ कंट्रोल रूम से जानकारी मिली कि डबल फाटक के नीचे एक महिला अपने बच्चे की हत्या कर रही है। पीआरवी को स्थानीय कॉलर का नंबर भी दिया गया।
सूचना गंभीर थी, बिना देर किए पीआरवी कर्मियों ने चार मिनट में ढाई किलोमीटर की दूरी तय की और मौके पर जाकर देखा तो गर्भवती दर्द से कराह रही थी। जानकारी करने पर उसने अपना नाम सोफिया पति का नाम मनोज और निवासी सिरसी मैनाठेर बताया। हालत खराब देख आरक्षी लोकेश गाड़ी लेकर चंद कदम की दूरी पर स्थित एक बस्ती में पहुंचे और चार महिलाओं को लेकर डबल फाटक पर आ गए। चारों तरफ से घेरा बनाकर पीआरवी कर्मियों ने महिला का प्रसव कराया। उसके बाद महिला और नवजात बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान न तो 108 सेवा दिखाई दी और फोन करने पर भी संपर्क नहीं हो सका। बुधवार दोपहर बाद तक महिला की हालत सामान्य नहीं हो सकी जबकि नवजात को जिला अस्पताल के आइसीयू में रखा गया है।
मंगलवार रात पुलिस का एक और मानवीय चेहरा सामने आया। पीआरवी कर्मियों ने समय पर पहुंचकर न सिर्फ महिला का प्रसव कराया बल्कि नवजात के जीवन की रक्षा की। सूरज निकलते ही जब यह वाकया लोगों तक पहुंचा तो हर किसी ने खाकी को इस काम के लिए सराहा। मंगलवार रात कटघर थानाक्षेत्र के मोर वाली बिल्डिंग के पास पीआरवी 0236 की तैनाती थी। इस वाहन पर कमांडर आरक्षी राम कुमार शर्मा, सब कमांडर विपिन कुमार व आरक्षी चालक लोकेश कुमार थे। रात पौने तीन बजे लखनऊ कंट्रोल रूम से जानकारी मिली कि डबल फाटक के नीचे एक महिला अपने बच्चे की हत्या कर रही है। पीआरवी को स्थानीय कॉलर का नंबर भी दिया गया।
सूचना गंभीर थी, बिना देर किए पीआरवी कर्मियों ने चार मिनट में ढाई किलोमीटर की दूरी तय की और मौके पर जाकर देखा तो गर्भवती दर्द से कराह रही थी। जानकारी करने पर उसने अपना नाम सोफिया पति का नाम मनोज और निवासी सिरसी मैनाठेर बताया। हालत खराब देख आरक्षी लोकेश गाड़ी लेकर चंद कदम की दूरी पर स्थित एक बस्ती में पहुंचे और चार महिलाओं को लेकर डबल फाटक पर आ गए। चारों तरफ से घेरा बनाकर पीआरवी कर्मियों ने महिला का प्रसव कराया। उसके बाद महिला और नवजात बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान न तो 108 सेवा दिखाई दी और फोन करने पर भी संपर्क नहीं हो सका। बुधवार दोपहर बाद तक महिला की हालत सामान्य नहीं हो सकी जबकि नवजात को जिला अस्पताल के आइसीयू में रखा गया है।