रिपोर्ट - हसनपुर/अमरोहा से तहसील प्रभारी घनश्याम शर्मा।
आज का दिन बृजघाट पर गंगा स्नान को आये 7 दोस्तो मे से एक का जीवन लील गया। ये सभी दोस्त दिल्ली व हरियाणा से यहॉ गंगा स्नान के लिये आये थे। युवक की मौत पूर्वी घाट पर नहाते समय अधिक गहरे मे चले जाने के कारण हूई है पर इस युवक की मौत के बाद जो पुलिस का चेहरा देखने को मिला वह वाकई चौकाने वाला है।
प्राप्त सूचना के अनुसार सलीम, मनोज, सुरेश, रंजीत, सत्यदेव राणा व ओमप्रकाश नामक युवको के साथ आया सन्तोष कुमार अपने मित्रो के साथ बृजघाट के पूर्वी तट पर स्नान कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार ये सभी शराब का सेवन किये थे। स्नान के बीच मे ही सन्तोष कुमार के अन्य साथी गंगा से बाहर आ गये तथा कुछ खाने के लिये बाहर चले गये। सन्तोष कुमार इस सबसे अनभिज्ञ नहाते हूए आगे बढता रहा तथा सुरक्षा बैरिकेडिंग को पार कर गया और जल की अधिकता के कारण डूब गया। समीप ही गंगा मे नहा रहे कुछ स्थानीय बच्चो के पैरो को छूते हूए जब उसका शव निकला तो उन्होने व अन्य स्नान कर रहे भक्तों ने शोर मचाया कि कुछ पैरो से टकराया है। नजदीक ही खड़े गंगा आरती ट्रस्ट के नाविको व गोताखोरो ने जब यह शोर सुना तो वे सभी तलाश मे जुट गये कि क्या भक्तो व बच्चो के पैरो से टकरा कर गया है।
उनकी तलाश का अन्त हुआ सन्तोष कुमार आयु 22 वर्ष निवासी हरियाणा के शव के मिलने के साथ। शव को ढूंढने व बाहर लाने मे गंगा आरती परिषद के सदस्य, व निडर नाविक गोताखोर नंदकिशोर उर्फ नंदू ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की व साहस का परिचय दिया। काफी मशक्कत के बाद सन्तोष कुमार का शव बरामद हो सका था। मृतक के साथ ही आए उसके मित्र सत्य देव राणा ने भी संतोष केशव को ढूंढने में जी जान से मेहनत की। बृजघाट पर होने वाले मेले की व्यवस्था देखने के लिये एस0डी0एम0 गढमुक्तेश्वर व जिलाधिकारी हापुड़ भी आये हूए थे। सन्तोष का शव नाव मे रखकर गंगा पूर्वी तट से दूसरी ओर भिजवा दिया गया। जहॉ पर मौजूद पुलिसकर्मियो ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि अभी अधिकारी आये हूए है तथा बाद मे यह कह दिया कि यह मामला उनके थाना क्षेत्र से बाहर का है। यहॉ पाठको को यह बताना चाहेंगे कि गंगा पूर्वी तट जिला अमरोहा के अन्तर्गत आता है जबकि दूसरा तट जिला हापुड़ मे है। मृतक के परिजनो को सूचना दे दी गयी है उनके पहुॅचने पर ही यह तय हो पायेगा कि गंगा के किस किनारे कि पुलिस उनके मामले को अपने क्षेत्र का मानती है तथा दुखद परिजनो किस प्रकार सॉत्वना देने का प्रयास करती है।
आज का दिन बृजघाट पर गंगा स्नान को आये 7 दोस्तो मे से एक का जीवन लील गया। ये सभी दोस्त दिल्ली व हरियाणा से यहॉ गंगा स्नान के लिये आये थे। युवक की मौत पूर्वी घाट पर नहाते समय अधिक गहरे मे चले जाने के कारण हूई है पर इस युवक की मौत के बाद जो पुलिस का चेहरा देखने को मिला वह वाकई चौकाने वाला है।
प्राप्त सूचना के अनुसार सलीम, मनोज, सुरेश, रंजीत, सत्यदेव राणा व ओमप्रकाश नामक युवको के साथ आया सन्तोष कुमार अपने मित्रो के साथ बृजघाट के पूर्वी तट पर स्नान कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार ये सभी शराब का सेवन किये थे। स्नान के बीच मे ही सन्तोष कुमार के अन्य साथी गंगा से बाहर आ गये तथा कुछ खाने के लिये बाहर चले गये। सन्तोष कुमार इस सबसे अनभिज्ञ नहाते हूए आगे बढता रहा तथा सुरक्षा बैरिकेडिंग को पार कर गया और जल की अधिकता के कारण डूब गया। समीप ही गंगा मे नहा रहे कुछ स्थानीय बच्चो के पैरो को छूते हूए जब उसका शव निकला तो उन्होने व अन्य स्नान कर रहे भक्तों ने शोर मचाया कि कुछ पैरो से टकराया है। नजदीक ही खड़े गंगा आरती ट्रस्ट के नाविको व गोताखोरो ने जब यह शोर सुना तो वे सभी तलाश मे जुट गये कि क्या भक्तो व बच्चो के पैरो से टकरा कर गया है।
उनकी तलाश का अन्त हुआ सन्तोष कुमार आयु 22 वर्ष निवासी हरियाणा के शव के मिलने के साथ। शव को ढूंढने व बाहर लाने मे गंगा आरती परिषद के सदस्य, व निडर नाविक गोताखोर नंदकिशोर उर्फ नंदू ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की व साहस का परिचय दिया। काफी मशक्कत के बाद सन्तोष कुमार का शव बरामद हो सका था। मृतक के साथ ही आए उसके मित्र सत्य देव राणा ने भी संतोष केशव को ढूंढने में जी जान से मेहनत की। बृजघाट पर होने वाले मेले की व्यवस्था देखने के लिये एस0डी0एम0 गढमुक्तेश्वर व जिलाधिकारी हापुड़ भी आये हूए थे। सन्तोष का शव नाव मे रखकर गंगा पूर्वी तट से दूसरी ओर भिजवा दिया गया। जहॉ पर मौजूद पुलिसकर्मियो ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि अभी अधिकारी आये हूए है तथा बाद मे यह कह दिया कि यह मामला उनके थाना क्षेत्र से बाहर का है। यहॉ पाठको को यह बताना चाहेंगे कि गंगा पूर्वी तट जिला अमरोहा के अन्तर्गत आता है जबकि दूसरा तट जिला हापुड़ मे है। मृतक के परिजनो को सूचना दे दी गयी है उनके पहुॅचने पर ही यह तय हो पायेगा कि गंगा के किस किनारे कि पुलिस उनके मामले को अपने क्षेत्र का मानती है तथा दुखद परिजनो किस प्रकार सॉत्वना देने का प्रयास करती है।