रिपोर्ट - नूरपुर बिजनौर से संवाददाता Nitin Mohan Sharma.
बेरोजगारी से तंग आकर एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। युवक का शव कमरे में पंखे पर लटका मिला। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। नोट में उसने बेरोजगारी का जिक्र किया है। वहीं गांव मुढ़ाल में एक मूकबधिर ने फांसी लगाकर जान दे दी।
थाना क्षेत्र के गांव मंगोलपुरा निवासी योगेंद्र (21) पुत्र राजेश यादव एमए की पढ़ाई पूरी करने के बाद नगर के मोहल्ला रामनगर में काली के मंदिर के पास अपने मकान में अकेला रहता था। शनिवार की सुबह जब युवक के परिजनों ने फोन पर बात करने का प्रयास किया। बार बार फोन करने के बाद भी योगेंद्र से संपर्क नहीं हुआ। परिजनों ने युवक के पड़ोसी को फोन किया। युवक के पड़ोसी ने कमरे का दरवाजा खोलकर देखा तो अंदर मं•ार देख उसकी चीख निकल गई। युवक का शव छत के पंखे से लटका हुआ था। सूचना पर पुलिस व परिजन मौके पर पहुंच गए। जांच में युवक के पास एक सुसाइड नोट मिला। नोट में युवक ने खुदकुशी का कारण बेरोजगारी होना लिखा था। मौत का जिम्मेदार किसी को नहीं माना जाए। कस्बा इंचार्ज केके मिश्रा ने शव को कब्जे में लिया। बाद में परिजन बिना किसी कानूनी कार्रवाई के शव को अपने साथ ले गए।
बेरोजगारी से तंग आकर एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। युवक का शव कमरे में पंखे पर लटका मिला। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। नोट में उसने बेरोजगारी का जिक्र किया है। वहीं गांव मुढ़ाल में एक मूकबधिर ने फांसी लगाकर जान दे दी।
थाना क्षेत्र के गांव मंगोलपुरा निवासी योगेंद्र (21) पुत्र राजेश यादव एमए की पढ़ाई पूरी करने के बाद नगर के मोहल्ला रामनगर में काली के मंदिर के पास अपने मकान में अकेला रहता था। शनिवार की सुबह जब युवक के परिजनों ने फोन पर बात करने का प्रयास किया। बार बार फोन करने के बाद भी योगेंद्र से संपर्क नहीं हुआ। परिजनों ने युवक के पड़ोसी को फोन किया। युवक के पड़ोसी ने कमरे का दरवाजा खोलकर देखा तो अंदर मं•ार देख उसकी चीख निकल गई। युवक का शव छत के पंखे से लटका हुआ था। सूचना पर पुलिस व परिजन मौके पर पहुंच गए। जांच में युवक के पास एक सुसाइड नोट मिला। नोट में युवक ने खुदकुशी का कारण बेरोजगारी होना लिखा था। मौत का जिम्मेदार किसी को नहीं माना जाए। कस्बा इंचार्ज केके मिश्रा ने शव को कब्जे में लिया। बाद में परिजन बिना किसी कानूनी कार्रवाई के शव को अपने साथ ले गए।