रिपोर्ट - ठाकुरद्वारा/मुरादाबाद से तहसील प्रभारी सतीश कुमार।

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पिछले कुछ दिनो से हो रही बरसात के चलते क्षेत्र की तमाम मुख्य व स्थानीय सड़के तालाब मे तब्दील हो चुकी है। क्षेत्र की गलियो को तो छोडि़ये मुख्य सड़को पर भी चलना दूभर हो गया है। सड़को मे बने गढढे बरसाती पानी से लबालब भरे है तथा किसी अप्रिय घटना को न्यौता दे रहे है।
डिलारी के डिलरा चौराहे की अगर बात करे तो यह वह मुख्य स्थान है जहॉ से ठाकुरद्वारा, सूरजनगर का तथा दो सड़के वाया भोजपुर व वाया विवेकानन्द अस्पताल मुरादाबाद को जाती है। यह क्षेत्र का वह मुख्य चौराहा है जहॉ से सैंकड़ो लोगो का रोज गुजरना होता है। स्थानीय निवासी भी रोजमर्रा के कामकाज के लिये इसी मार्ग से आते जाते है। इस समय इस चौराहे एवं इससे जुड़े मार्गो की हालत ऐसी हो चुकी है कि यहॉ से निकलना किसी मुश्किल से कम नही है। इन सड़को व चौराहे की हालत के बारे मे कई बार अधिकारियो को अवगत कराया जा चुका है परन्तु मामला अभी तक अधर मे लटका होने के कारण क्षेत्रीय निवासी बरसात के मौसम मे दिक्कतो का सामना करने को मजबूर है।
आपको यह बताना भी उचित होगा कि डिलारी मे दो बार गुरूवार व रविवार को साप्ताहिक बाजार लगता है जिसमें आसपास के क्षेत्रो से काफी भीड़ आती है तथा डिलारी क्षेत्र के स्थानीय निवासी भी काफी संख्या मे प्रतिदिन रोज मुरादाबाद व ठाकुरद्वारा जाते है, परन्तु सड़को पर बने गढढे जो अब तालाबो मे तब्दील हो चुके है के कारण उनका निकलना मुश्किल हो गया है। आसपास के क्षेत्र मे कोई बड़ा अस्पताल नही होने के कारण भी किसी आपातकालीन स्थिति मे मरीज को मुरादाबाद ही ले जाना पड़ता है। यदि जल्द ही सड़क जैसी आधारभूत जरूरत पर भी शासन व प्रशासन ध्यान नही देते है तो स्थानीय निवासियो के मन मे पनप रहे आक्रोश का बॉध टुटकर सड़को पर बिखर सकता है।
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पिछले कुछ दिनो से हो रही बरसात के चलते क्षेत्र की तमाम मुख्य व स्थानीय सड़के तालाब मे तब्दील हो चुकी है। क्षेत्र की गलियो को तो छोडि़ये मुख्य सड़को पर भी चलना दूभर हो गया है। सड़को मे बने गढढे बरसाती पानी से लबालब भरे है तथा किसी अप्रिय घटना को न्यौता दे रहे है।
डिलारी के डिलरा चौराहे की अगर बात करे तो यह वह मुख्य स्थान है जहॉ से ठाकुरद्वारा, सूरजनगर का तथा दो सड़के वाया भोजपुर व वाया विवेकानन्द अस्पताल मुरादाबाद को जाती है। यह क्षेत्र का वह मुख्य चौराहा है जहॉ से सैंकड़ो लोगो का रोज गुजरना होता है। स्थानीय निवासी भी रोजमर्रा के कामकाज के लिये इसी मार्ग से आते जाते है। इस समय इस चौराहे एवं इससे जुड़े मार्गो की हालत ऐसी हो चुकी है कि यहॉ से निकलना किसी मुश्किल से कम नही है। इन सड़को व चौराहे की हालत के बारे मे कई बार अधिकारियो को अवगत कराया जा चुका है परन्तु मामला अभी तक अधर मे लटका होने के कारण क्षेत्रीय निवासी बरसात के मौसम मे दिक्कतो का सामना करने को मजबूर है।
आपको यह बताना भी उचित होगा कि डिलारी मे दो बार गुरूवार व रविवार को साप्ताहिक बाजार लगता है जिसमें आसपास के क्षेत्रो से काफी भीड़ आती है तथा डिलारी क्षेत्र के स्थानीय निवासी भी काफी संख्या मे प्रतिदिन रोज मुरादाबाद व ठाकुरद्वारा जाते है, परन्तु सड़को पर बने गढढे जो अब तालाबो मे तब्दील हो चुके है के कारण उनका निकलना मुश्किल हो गया है। आसपास के क्षेत्र मे कोई बड़ा अस्पताल नही होने के कारण भी किसी आपातकालीन स्थिति मे मरीज को मुरादाबाद ही ले जाना पड़ता है। यदि जल्द ही सड़क जैसी आधारभूत जरूरत पर भी शासन व प्रशासन ध्यान नही देते है तो स्थानीय निवासियो के मन मे पनप रहे आक्रोश का बॉध टुटकर सड़को पर बिखर सकता है।