रिपोर्ट - अमरोहा/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी शुभम शर्मा।

आखिरकार वही हुआ जिसका अंदेशा सता रहा था। बाढ़ के चलते खादर के लोगों ने अपना घर छोड़ना शुरू कर दिया है। मंगलवार को करीब दो सौ लोगों ने अपना गांव छोड़कर रिश्तेदारी की तरफ रुख कर लिया। कुछ ग्रामीण अपने पशुओं को भी साथ ले गए हैं। मंगलवार सुबह से ही खादर के ग्रामीणों का घर छोड़ने का सिलसिला जारी हुआ। शीशोवाली से महिपाल, विजय और लाल सिंह अपने अपने बच्चो को लेकर चले गए। ये तीनों ही परिवार अपनी भैंस भी साथ ले गए।
उधर जाटोवाली से भी दर्जनों लोगों ने किनारा कर लिया। टीकोवाली में छोटू, प्रमोद, प्रेमपाल और नन्हें सहित कई लोग अपने परिवारों को लेकर रिश्तेदारों के घर चले गए।
आखिरकार वही हुआ जिसका अंदेशा सता रहा था। बाढ़ के चलते खादर के लोगों ने अपना घर छोड़ना शुरू कर दिया है। मंगलवार को करीब दो सौ लोगों ने अपना गांव छोड़कर रिश्तेदारी की तरफ रुख कर लिया। कुछ ग्रामीण अपने पशुओं को भी साथ ले गए हैं। मंगलवार सुबह से ही खादर के ग्रामीणों का घर छोड़ने का सिलसिला जारी हुआ। शीशोवाली से महिपाल, विजय और लाल सिंह अपने अपने बच्चो को लेकर चले गए। ये तीनों ही परिवार अपनी भैंस भी साथ ले गए।
उधर जाटोवाली से भी दर्जनों लोगों ने किनारा कर लिया। टीकोवाली में छोटू, प्रमोद, प्रेमपाल और नन्हें सहित कई लोग अपने परिवारों को लेकर रिश्तेदारों के घर चले गए।