रिपोर्ट - न्यूज़ डेस्क, न्यूज़ इंडिया 17 से मुख्य संपादक संजय कुमार शर्मा।
कर्ज माफी सहित किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर दिल्ली में होने वाले दो दिवसीय आंदोलन में देश भर के किसान एक बार फिर राजधानी दिल्ली कूच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में किसान रामलीला मैदान पहुंचना भी शुरू हो गए हैं।
पूरे देश में पदयात्रा के बाद बड़ी संख्या में किसान 29 और 30 नवंबर को दिल्ली आने वाले आठ प्रमुख रास्तों से दाखिल हो रहे हैं। इसमें देश भर के 213 किसान संगठन प्रतिभाग करेंगे। किसानों के प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक, किसान मुक्ति यात्रा नाम से किए जा रहे इस विशाल प्रदर्शन में किसान दिल्ली के जंतर-मंतर पर जुटेंगे और फिर वहां से संसद के लिए मार्च करेंगे।
वहीं, सुरक्षा व कानून व्यवस्था के बाबत दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। पुलिस की ओर कहा गया है कि किसान रामलीला मैदान आ सकते हैं, लेकिन यहां से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर देशभर के 200 से ज्यादा किसान मजदूर संगठन दो दिनों तक दिल्ली में जुट रहे हैं।
एडवाइजरी में एक बात और कही गई है कि जंतर-मंतर पर एक हजार से ज्यादा लोगों का जमा होना प्रतिबंधित है, ऐसे में अगर किसानों की संख्या इससे ज्यादा जाती है तो उन्हें रामलीला मैदान में धरना-प्रदर्शन करना होगा।
रामलीला में जुटने वाले सभी किसान अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के बैनर तले इक्ट्ठा हुए हैं, जबकि किसानों के इस मार्च की अगुवाई योगेंद्र यादव कर रहे हैं।