Random Posts

test

धामपुर - रामगोपाल रामचन्द्र सरस्वती विद्या मंदिर में मनाई गयी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 72 वी पुण्य तिथि

रिपोर्ट -  धामपुर/जिला बिजनौर से तहसील प्रभारी विपिन कुमार। 

blog counter
रामगोपाल रामचन्द्र सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज धामपुर में भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी की 72 वीं पुण्य-तिथि शहीद दिवस के रूप में मनाई गयी। ज्ञात हो महात्मा गॉधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के जिला काटियाबाड़ के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था। उन्होंने भारत को आजाद कराने   लिये सत्य और अहिंसा जैसे शस्त्र को प्रयोग करके अॅंग्रेजी सरकार को भारत छोड़ने के लिये मजबूर कर दिया। और देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया लेकिन देश का बॅंटबारा हो गया। कुछ लोग इसके लिये गॉधीजी को जिम्मेदार मानते हैं। गॉंधीजी के एक अनुयायी नाथूराम गोडसें ने 30 जनवरी 1950 को उनको गोली मारकर उन्हें शहीद कर दिया। नेताजी सुभाषचंद्र बोष ने उनको राष्ट्रपिता कहकर बुलाया। इस अवसर पर विद्यालय के अनेक छात्रों ने उनके जीवन पर अपने-अपने विचार रखे। उनमें आदित्य चौहान औश्र मयंक कुमार ने विचारों नेे सबको प्रभावित किया। आचार्य विनय कुमार शर्मा ने राम धुन रघुपति राघव राजा राम का सामूहिक गान कराया। कार्यक्रम के संचालक छात्र रोशन मण्डल रहे संयोजक आचार्य दीपक कुमार रहे और मुख्य वक्ता वरिष्ठ आचार्य कावेन्द्र सिंह रहे। 

मुख्य वक्ता आचार्य कावेन्द्र सिंह ने अॅंग्रेजी भाषा में अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि गॉधीजी को बॅटवारे का जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है। गॉंधीजी की अहिंसा कायरता नहीं सिखाती है। अहिंसा को मानना आसान नहीं है हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये। इस अवसर पर सभी आचार्य और छात्र उपस्थित रहे। और उनके चित्र के सम़ा पुर्ष्पाचन करके उनको श्रृद्धान्जिली अर्पित की। यह सूचना विद्यालय के सूचनाध्यक्ष सुधीर कुमार सक्सेना ने दी।


Blogger द्वारा संचालित.