रिपोर्ट - मुरादाबाद/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी सत्यवीर यादव।
मोबाइल पर बातचीत के दौरान एक महिला ने अपनी जिंदगी गवां दी। ननद के घर से लौट रही महिला मोबाइल पर बात करते-करते हुए इस तरह मशगूल हो गई कि ट्रेन की आवाज तो दूर उसको देखना तक भूल गई। नतीजतन ट्रेन से कटकर उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बगैर पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।
मोबाइल पर बातचीत के दौरान एक महिला ने अपनी जिंदगी गवां दी। ननद के घर से लौट रही महिला मोबाइल पर बात करते-करते हुए इस तरह मशगूल हो गई कि ट्रेन की आवाज तो दूर उसको देखना तक भूल गई। नतीजतन ट्रेन से कटकर उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बगैर पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। काशीराम कॉलोनी के मकान नंबर 701 में रहने वाली मुकेश सागर की बहन मीना हिमगिरि की बसेरा कॉलोनी में रहती थीं। शुक्रवार को मीना की बेटी हेमलता की शादी का कार्यक्रम था। उसकी बारात गजरौला से आई थी। शादी समारोह लोधीपुर की एक धर्मशाला में हुआ। देर रात धर्मशाला से मीना के परिवार के साथ मुकेश की पत्नी 40 वर्षीय सपना भी ननद के घर आ गई थी।
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शनिवार को सुबह 10:30 बजे सपना ननद के घर से काशीराम कॉलोनी आ रही थी। हिमगिरी बसेरा कॉलोनी के सामने लाइन पार करते समय वह मोबाइल पर बात कर रही थी, इसी दौरान दोनों तरफ से ट्रेन आ गयी। सपना घबराकर इधर उधर दौड़ी तो एक ट्रेन की चपेट में आ गई। इससे वह बुरी तरह जख्मी हो गई। आनन फानन में राहगीरों की मदद से परिवार वाले उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया। हादसे से मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। सपना ने अपने पीछे 3 बच्चे छोड़े हैं। बड़ी बेटी की शादी हो गई है दो बेटे छोटे हैं। मुकेश सागर ने बिना पोस्टमार्टम के ही सपना के शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।