रिपोर्ट - मुरादाबाद/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी सत्यवीर यादव .
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने मझोला थाना क्षेत्र के नया मुरादाबाद चौकी इंचार्ज दारोगा जितेंद्र तोमर को दस हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। वह फर्म के एचआर मैनेजर को खुदकशी के लिए प्रेरित करने के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए रिश्वत मांग रहा था। दारोगा के खिलाफ पाकबड़ा थाने में मुकदमा लिखाया गया है। आरोपित को बरेली की एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया जाएगा।
फर्म के एचआर मैनेजर संजीव कुमार को खुदकशी करने के आरोपितों के खिलाफ लिखे मुकदमे की विवेचना नया मुरादाबाद चौकी इंचार्ज जितेंद्र तोमर कर रहे थे। संजीव के पिता ब्रह्मïपाल ने बताया कि एक हफ्ता पहले वह चौकी इंचार्ज जितेंद्र तोमर से मिले और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की। चौकी इंचार्ज ने गिरफ्तार करने के लिए दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी। इस पर ब्रह्मपाल ने अपने बहनोई सुशील कुमार निवासी चाऊ की बस्ती को बुला लिया और दारोगा को तीन हजार रुपये दिए। दारोगा जितेंद्र तोमर ने दस हजार की और मांग की। पीडि़त ने एसएसपी से दारोगा की शिकायत की थी। इसके बाद भी दारोगा ने कई बार फोन करके उसे परेशान किया। इस पर पीडि़त ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की। वहां से हरी झंडी मिलते ही दारोगा को रुपये देने को हामी भर दी। ब्रह्मपाल सिंह अपने बेटे सचिन और बहनोई सुशील कुमार को लेकर तयशुदा स्थान गागन तिराहे की मिठाई की दुकान पर पहुंच गए। उन्होंने फोन कर दारोगा जितेंद्र को बुलाया और जैसे ही दस हजार रुपये का थैला दिया, वैसे एंटी करप्शन टीम पहुंच गई और दारोगा को रुपये लेते दबोच लिया। एसपी एंटी करप्शन राजीव मल्होत्रा ने बताया कि रिश्वत लेने वाले दारोगा के खिलाफ मुकदमा लिखाकर कार्रवाई की जा रही है।