उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी नागरिकता संशोधन कानून (caa) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (nrc) को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थी. इस दौरान पुलिस के रोके जाने पर प्रियंका गांधी ने लखनऊ के मार्डन कंट्रोल रूम की आईपीएस अधिकारी और सीओ डॉ अर्चना सिंह पर गला दबाने और धक्का देने का आरोप लगाया था. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस वक्त डॉ अर्चना सिंह प्रियंका गांधी के फ्लीट की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही थीं, उस वक्त उन्हें अपने भाई की मौत की खबर मिली लेकिन वो अपने कर्तव्य से नहीं डिगीं.
प्रियंका गांधी के कार्यक्रम के दौरान ही उनकी सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहीं आईपीएस अधिकारी डॉ अर्चना को अपने भाई के अस्पताल में इलाज के दौरान गुजर जाने की खबर मिली. भाई की मौत की खबर सुनकर वो थोड़ी देर के लिए सहम जरूर गईं लेकिन उन्होंने अपनी ड्यूटी नहीं छोड़ी और जब तक प्रियंका गांधी का कार्यक्रम समाप्त नहीं हो गया उन्होंने यह बात किसी से नहीं बताई.
हालांकि प्रियंका गांधी की सुरक्षा के दौरान ही गला दबाने के आरोप को लेकर डॉ. अर्चना उस वक्त सुर्खियों में आ गईं लेकिन उन्होंने तुरंत साफ कर दिया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था और प्रियंका गांधी की तरफ से यह झूठा आरोप लगाया जा रहा है. प्रियंका गांधी के आरोपों पर डॉ अर्चना काफी आहत हो गईं.
प्रियंका गांधी के चले जाने के बाद सीओ डॉ. अर्चना ने एसएसपी को अपने चचेरे भाई के गुजर जाने की सूचना दी. बता दें कि जिस भाई के साथ वो बचपन में खेलकर बड़ी हुईं थी उस भाई की पीलिया की वजह से दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई. अर्चना ने पहले भी अपने भाई से मिलने के लिए छुट्टी मांगी थी, लेकिन उन्हें छुट्टी नहीं मिल पाई थी.
भाई के गुजर जाने के बाद डॉ. अर्चना ने लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी से अपने भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बिहार जाने की अनुमति मांगी है.
वेब डेस्क से मुख्य संपादक संजय कुमार शर्मा।