अमरोहा - प्रशासनिक लापरवाही के चलते डिस्चार्ज किया गया कोरोना संक्रमित 18 घंटे बाद मिला, अधिकारी मामले पर पर्दा डालने में जुटे
जिला अमरोहा से कोरोना पीड़ितों व संदिग्धों की देखरेख में लगाए गए प्रशासनिक अधिकारियो व कर्मचारियों की लापरवाही का एक मामला प्रकाश में आया है। अब प्रशासनिक अधिकारी इस मामले पर पर्दा डालने का प्रयास करने में लगे है।
प्राप्त सूचना के अनुसार जिले से कोरोना जांच के लिए भेजे गए 102 सैंपल की रिपोर्ट शुक्रवार दोपहर प्रशासन को मिली थी। इसमें 101 लोगो की रिपोर्ट नेगेटिव थी जबकि नौगावा सादात क्षेत्र के गाँव जमनाखास निवासी एक युवक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की गयी थी। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर अधिकारियो के निर्देश पर अलग अलग केन्द्रो पर क्वारंटीन किये गए सभी लोगो को घर भेज दिया गया था। घर भेजे जाने वाले लोगो में अमरोहा के एक मौहल्ले का निवासी युवक भी शामिल था। इस अमरोहा निवासी युवक की जांच रिपोर्ट उस समय तक नहीं मिल सकी थी। यह युवक प्रवासी है तथा मुंबई में रहकर टेलर का काम करता था। परिवार के 10 सदस्यों के साथ वह 27 मई को अमरोहा वापस आया था। प्रशासन ने उसे कोरोना संदिग्ध मानते हुए 28 मई को गजरौला स्थित एक केंद्र पर क्वारंटीन कराया था।
उक्त युवक की रिपोर्ट शुक्रवार दोपहर को तब तक नहीं मिली थी जब अन्य 101 लोगो को रिपोर्ट आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। युवक की रिपोर्ट शुक्रवार देर शाम मिली जिसमे उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की गयी थी। रिपोर्ट मिलने से पहले युवक को घर भेजे जाने का मामला संज्ञान में आने पर अधिलकारियो के होश उड़ गए। अब आनन फानन में युवक की तलाश शुरू की गयी। संक्रमित युवक की तलाश में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो से लेकर कर्मचारी तक रात भर दौड़ते रहे। युवक के घर से लेकर उसके रिश्तेदारों के यहाँ तक उसकी तलाश की गयी मगर युवक नहीं मिल सका।
प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद युवक को कल दोपहर 12 बजे अमरोहा के ही एक मौहल्ले से पकड़ा जा सका। युवक को क्वारंटीन सेंटर से डिस्चार्ज किये जाने व उसके वापस मिलने के बीच 18 घंटे का लम्बा समय बीत चुका था। फिलहाल युवक को रजबपुर के एल 1 सेंटर में भर्ती कराया गया है। युवक के मिलने के बाद अधिकारियो ने राहत की सांस ली है। अब उसके संपर्क में आये लोगो की तलाश की जा रही है साथ ही तमाम तरह से इस मामले पर पर्दा डालने का प्रयास भी किया जा रहा है।
बिना रिपोर्ट मिले एक संदिग्ध युवक को डिस्चार्ज किये जाने का उक्त मामला यह दिखाने को काफी है कि कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग व पुलिस प्रशासन कितना गंभीर है। इस मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी अमरोहा का कहना है कि नामो में गफलत हो जाने के कारण युवक को डिस्चार्ज कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि 101 लोग जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव मिली है के साथ अन्य 5 ऐसे लोगो को भी घर भेज दिया गया है जो कोरोना संदिग्ध है और उनकी जांच रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। अब यदि इन सभी अथवा इनमे से कुछ की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो एक बार फिर जिले में कोरोना विस्फोट होना तय है। इससे पहले भी अमरोहा जिला अस्पताल में बनाये गए आइसोलेशन वार्ड से दो सगे भाई जांच रिपोर्ट आने से पहले ही गायब हो गए थे। इन सगे भाइयो की भी बाद में कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट मिली थी। रिपोर्ट मिलने के बाद दोनों को प्रशासन ने फिर से आइसोलेशन सेंटर पहुंचाया था।
समाचार श्रोत - अमरोहा/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी घनश्याम शर्मा।