बिजनौर - प्रदेश में लगातार हो रही ब्राह्मणो की हत्याओं को लेकर अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा ने दिया ज्ञापन
मंगलवार को महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित एक ज्ञापन अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा द्वारा जिला प्रशासन को दिया गया। इस ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश में निरंतर हो रहे ब्राह्मणो की हत्याओ की जांच किसी ईमानदार व निष्पक्ष एजेंसी से कराने की मांग की गयी है। साथ ही ब्राह्मणो की हत्याओं के जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई न किये जाने पर ब्राह्मण समाज द्वारा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी गयी है।
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्ष 2017 में जब प्रदेश में भाजपा सरकार अस्तित्व में आयी थी तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में समानता के आधार पर कार्य करने की घोषणा की थी। योगी आदित्यनाथ की इस घोषणा का अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा ने सहर्ष समर्थन व स्वागत किया था। मगर आज अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा वर्ष 2017 से प्रदेश के अलग अलग भागो में हो रही ब्राह्मणो की हत्याओं को लेकर चिंतित है। वर्ष 2017 से अभी तक विभिन्न स्थानों पर एकल व सामूहिक रूप से 170 ब्राह्मणो की हत्या की जा चुकी है। ब्राह्मणो की हत्या किये जाने वाले क्षेत्रों में रायबरेली, अलीगढ, झाँसी, एटा, प्रयागराज व गाजियाबाद प्रमुख है।
ज्ञापन के माध्यम से ब्राह्मणो के मन में पनप रहे आक्रोश को भी दिखाया गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में ब्राह्मणो का सम्मान व सुरक्षा दोनों ही खतरे में है। कहा गया है कि ब्राह्मण समाज इन घटनाओ को लेकर आक्रोशित हो रहा है तथा ब्राह्मण महासभा से इसका उत्तर मांग रहा है।
ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राज्यपाल से ब्राह्मणो की हत्याओं की जांच ईमानदार व निष्पक्ष एजेंसी से कराये जाने व दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किये जाने की मांग की गयी है। साथ ही प्रदेश में ब्राह्मणो की सुरक्षा की व्यवस्था व पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता दिए जाने हेतु प्रदेश सरकार को निर्देशित किए जाने का भी आग्रह किया गया है। ज्ञापन के अंत में कहा गया है कि यदि ब्राह्मणो की सुरक्षा व सम्मान के प्रति गंभीरता से विचार करते हुए उचित कार्रवाई अमल में नहीं लायी जाती है तो ब्राह्मण समाज आंदोलन करने हेतु बाध्य होगा।