
दुष्कर्म की यह घटना रामपुर जिले के अजीमनगर थाना क्षेत्र की है। यहां के एक गांव की महिला ने अपने अधिवक्ता राम प्रसाद लोधी के माध्यम से अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था। महिला ने कोर्ट को बताया कि उसके पति बीमार रहते हैं। पड़ोस में रहने वाला शिक्षामित्र उस पर बुरी नजर रखता है। तीन दिसंबर की रात वह बच्चे के साथ सो रही थी। पति दूसरे कमरे में थे। तभी आरोपित शिक्षामित्र वहां आ गया और उसे बुरी नीयत से दबोच लिया। विरोध करने पर तमंचा निकाल लिया और बच्चे सिर पर तान दिया। इसकेे बाद जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। अगले दिन महिला की शिकायत पर गांव में पंचायत बुलाई गई, जहां आरोपित ने उसके साथ मारपीट की। महिला ने थाने में उसके खिलाफ शिकायत की। लेकिन थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। एसपी को डाक से प्रार्थना पत्र भी भेजा। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई न होने पर मजबूरन उसे अदालत में प्रार्थना पत्र देना पड़ा।
अदालत ने महिला के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए आरोपित शिक्षा मित्र दौलतराम के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के आदेश अजीमनगर थाना पुलिस को दिए हैं। आदेश के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।