बरेली - पुलिस ने महिला के हत्यारोपी पुजारी को गिरफ्तार कर किया बड़ा खुलासा, अवैध सम्बन्धो के चलते पुजारी ने दिया था घटना को अंजाम
आज शनिवार को बरेली पुलिस ने गत 8 दिन पूर्व हुई एक 52 वर्षीय महिला की हत्या का खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में मंदिर के पुजारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में महिला व पुजारी के बीच लम्बे समय से चल रहे अवैध सम्बन्धो का राज भी उजागर हुआ है। इन अवैध सम्बन्धो के चलते ही पुजारी ने महिला की हत्या की थी।
एसपी सिटी राहुल भाटी ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि बरेली नगर के कटघर क्षेत्र की निवासी उषा देवी आयु 52 वर्ष गत 19 जुलाई को सीबीगंज थाना क्षेत्र के खड़ौआ गांव के निकट स्थित मढ़ी पर पूजा करने गयी थी। इसके बाद वह वापस नहीं आयी थी। परिजनों द्वारा तलाश किये जाने पर भी महिला का कुछ पता नहीं लग सका था। इस दौरान मंदिर का पुजारी ढाकनलाल उर्फ भगत जी महिला के पुत्र व पुत्री के साथ सम्पर्क बनाये हुए था। महिला के पुत्र व पुत्री अपनी मां को तलाश रहे थे और ढाकन लाल उन्हें गुमराह करता रहा। ढाकनलाल उन्हें वहाँ जाने से रोके रहा जहां उसने महिला की हत्या कर शव को फेंका था। इसके बाद अगले दिन पुलिस को महिला का शव सीबीगंज थाना क्षेत्र में ही मंदिर से 100 मीटर दूरी पर पड़ा मिला था। महिला के शरीर पर चोट के निशान थे और साथ ही गले पर भी कुछ निशान मिले थे। फोरेंसिक टीम द्वारा की गयी जांच व पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की गला दबाकर हत्या किये जाने की पुष्टि हुई थी।
एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस द्वारा की गयी जांच में पता लगा कि उषा देवी का पति की मौत हो चुकी थी और वह अपना अधिकांश समय मंदिर में ही गुजारती थी। महिला का क़रीब पिछले 17 -18 वर्षो से मंदिर आना जाना था। बताया गया कि इस दौरान उषा देवी व पुजारी ढाकनलाल के बीच नजदीकियां बढ़ गयी थी और अवैध सम्बन्ध हो गए थे। 12 वर्षो से चल रहे दोनों के इन सम्बन्धो के बारे में परिजनों को पता था और गाँव में ही चर्चा होने लगी थी। मंदिर में दान पात्र में जो भी आता था पुजारी ढाकनलाल और उषा देवी आपस में बाँट लेते थे। इसको लेकर पुजारी के परिजन नाराजगी जताते थे। घटना के दिन महिला सुबह 8 बजे मंदिर गयी थी और रात को पुजारी ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी। पुजारी ने महिला के शव को मंदिर के पास ही फेंक दिया था और रात को उसके परिजनों के आने पर उस ओर नहीं जाने दिया था। अगले दिन दोपहर को कुछ लोगो ने महिला का शव पड़ा मिलने पर उसके परिजनों को जानकारी दी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस को मामले की जांच के दौरान पता कि घटना के दिन महिला व पुजारी एक साथ मंदिर पर ही थे। इसके बाद पुलिस ने पुजारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। पहले पुजारी पुलिस को भी गुमराह करता रहा मगर कड़ाई से की गयी पूछताछ में वह टूट गया और बताया कि उषा के साथ उसके अवैध सम्बन्धो के बारे में परिजनों को जानकारी हो चुकी थी। पुजारी के परिजन उस पर लगातार महिला के वहाँ ने आने का दबाब बना रहे थे। पुजारी ने बताया कि वह उषा को कई बार वहां आने से मना कर चुका था मगर इसके बाद भी वह लगातार वहां आ रही थी। महिला का आय का कोई साधन न होने के कारण वह मंदिर के चढ़ावे से ही आधा हिस्सा ले रही थी। पुजारी ने बताया कि उसने रात में उषा की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को मंदिर के पास ही फेंक दिया। पुजारी ने बताया कि उसने शव को दफन करने के लिए गड्ढा भी खोद लिया था मगर लोगो की आवाजाही के चलते दफना नहीं सका था। उसने अगले दिन 20 जुलाई की सुबह भी शव को दफनाने का प्रयास किया मगर असफल रहा। एसपी सिटी न बताया कि अभियुक्त के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
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