चंदौसी - श्री नारायण सेवा समिति द्वारा अरण्य व किष्किंधा कांड ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता रही एन. के. बी. जी. की प्रोफेसर डॉ. संगीता गोयल ने कहा कि रामायण की कथा मानक जीवन के लिए अनुकरणीय है एवं आज भी प्रासंगिक है। हमें इसकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए । कार्यक्रम में उपस्थित जहां कवि सुखपाल सिंह गौर ने अपनी ओजपूर्ण स्वर में अपने काव्य पाठ से बच्चों को प्रेरित किया वहीं दूसरी ओर कवयित्री श्रीमती शांति राणा शांति ने अपने शांत एवं गंभीर रस से की कविता पढ़कर सबको कुछ सोचने पर मजबूर किया।
साथ ही प्रतियोगिता का परिणाम घोषित कर विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कारों के रूप में प्रशस्ति पत्र, व गोल्ड प्लेटिड चांदी के सिक्के प्रदान किये। विजेताओं के प्रथम वर्ग (कक्षा चार से 8) में ए. एम. वर्ल्ड स्कूल की कनक सैनी ने प्रथम, प्रसन्ना मांगलिक ने द्वितीय तथा दीक्षा सैनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। द्वितीय वर्ग (कक्षा 9 से 12) में सक्षम अग्रवाल प्रथम, विराट सिंह द्वितीय तथा आलोक रस्तोगी तृतीय स्थान पर रहे। इसके साथ ही उक्त दोनों वर्गों में 12 - 12 सांत्वना पुरस्कार भी वितरित किए गए। सांत्वना पुरस्कारों में हर बच्चे को एक-एक वाल क्लॉक प्रदान की गई । पुरस्कार वितरण आयोजक कृष्ण गोपाल मंगलम् , तुमुल विजय शास्त्री, डॉ संगीता गोयल, अरुण विपिन शर्मा, के.जी. गुप्ता, हरीश कठेरिया, बृज गोपाल गुप्ता, आशा गोस्वामी, ओमप्रराभ अग्रवाल आदि के कर कमलों से संपन्न हुआ। सभी अतिथियों ने अपने सम्बोधन में कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और समिति को हर प्रकार से सहयोग देने का वचन दिया।
कार्यक्रम आयोजन में डॉक्टर डीके अग्निहोत्री, विपिन कुमार गुप्ता, रवि शर्मा और आनंदपाल का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्ण गोपाल मंगलम् ने की तथा संचालन डॉ. जयशंकर दुबे ने किया। इस अवसर पर सुनीता रानी अग्रवाल, शारदा देवी, अभिषेक मांगलिक, अमित सक्सेना, किरण सिंह, चंद्रपाल सिंह, अविनाश गुप्ता, हरिओम कश्यप, पारुल सिंह, दिलीप भगत जी, आरती सिंह, सुनील कुमार आदि के अतिरिक्त संबंधित विद्यालयों से अनेक शिक्षक-शिक्षिकायें और अभिभावक भी उपस्थित रहे। प्रतियोगिता के आयोजक कृष्ण गोपाल मंगलम् रहे तथा संयोजन हरीश कठेरिया एडवोकेट ने किया।
अभी तक पाठक संख्या |