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अन्ना हजारे ने अब मोदी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, मंत्रियों के उड़े होश

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Sambhal/Uttar Pradesh
अरविन्द केजरीवाल के साथ रहने वाले भी इस आन्दोलन को सफल बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं।

संभल: करीब चार साल पहले दिल्ली में आन्दोलन कर सत्ता परिवर्तन करा चुके समाज सेवी अन्ना हजारे अब यूपी से किसानों को लेकर आन्दोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में वे रविवार को संभल में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जिसको लेकर स्थानीय संगठन के साथ प्रशासन ने भी सुरक्षा के लिहाज से तैयारियां शुरू कर दी हैं। गौरतलब है कि अन्ना हजारे ने अपने पत्रों का जवाब न देने को लेकर पीएम मोदी पर भी निशाना साधा था। माना जा रहा है कि इस आंदोलन के सहारे किसानों के मुद्दे को गर्माकर अन्ना मोदी सरकार को कटघरे में लाने की कोशिश करेंगे। जानकारों का कहना है कि इस आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार के मंत्रियों में भी बेचैनी शुरू हो गई।
दरअसल अन्ना यहां के नगर पालिका मैदान में जनसभा करेंगे। जिसमें बड़ी भीड़ जुटने की सम्भावना है। क्योंकि उस दौर में अरविन्द केजरीवाल के साथ रहने वाले भी इस आन्दोलन को सफल बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं। इसमें मुख्य नाम है चौधरी हरपाल सिंह, जो कि अब भारतीय किसान यूनियन से अलग होकर अपना अलग संगठन भारतीय किसान यूनियन असली से किसानों की आवाज उठा रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (असली) के बैनर तले नगर पालिका मैदान में रविवार को जनसभा होगी। जनसभा को समाजसेवी अन्ना हजारे संबोधित करेंगे। जनसभा को सफल बनाने के लिए पिछले पंद्रह दिन से भाकियू (असली) के पदाधिकारी गांव-गांव जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं। जनसभा में अन्ना हजारे के आने के कारण प्रशासन भी सतर्क हो गया है। प्रशासन ने भी तैयारी करनी शुरू कर दी है।
Anna Hazare
एसडीएम राशिद अली खां ने नगर पालिका मैदान का निरीक्षण किया। वहीं सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए है। सभा स्थल पर 100 सिपाही, पांच थानाध्यक्ष और 40 दरोगा की ड्यूटी लगाई गई है एसडीएम राशिद अली खां ने बताया कि शहर के बाहर जनसभा आने वाले लोगों के वाहनों को शहर से बाहर ही रोक दिया जाएगा क्योंकि अगर सभी वाहन शहर में आए तो फिर जाम की स्थिति बन जाएगी।
यहां बता दें कि समाज सेवी अन्ना हजारे ने दिल्ली में जन लोकपाल बिल को लेकर बड़ा आन्दोलन खड़ा किया था जिसमें तब मौजूदा दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल समेत कई बड़े चेहरे शामिल थे लेकिन खुद केजरीवाल के राजनीतिक दल बनाने के बाद किरन बेदी भाजपा में चली गयीं तो अन्ना ने भी खुद को अलग कर लिया और वे अज्ञातवास में चले गए थे। लेकिन एक बार फिर देश भर में किसानों के अधिकारों को लेकर अन्ना हुंकार भर रहे हैं, जिसकी शुरुआत संभल से करने वे खुद आ रहे हैं।
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