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बाराबंकी/उत्तर प्रदेश से न्यूज़ इंडिया 17. -
कितना भी समाज सुधार के कार्यक्रम चलाए जाएं, कितनी भी लोगों के अंदर जागरूकता फैलाई जाई, सरकार चाहे जितना लड़कियों के कल्याण के लिए योजनाएं चला दे, कितने भी दहेज विरोधी अभियान चलाए जाएं। लेकिन समाज के कुछ ऐसे दहेज लोभी दानव हैं जो लड़कियों का कल्याण होने नही देंगे। उल्टा दहेज के लालच में लड़कियों की हत्याएं करते रहेंगे। कुछ ऐसा ही हुआ है बाराबंकी में, जहां लालची लोगों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर शादी की पहली सालगिरह के दिन ही एक विवाहिता को गोली मारकर उसे मौत की नींद सुला दिया। पुलिस ने मामले में पति समेत 6 लोगों पर केस दर्ज कर 4 लोगों को दबोच भी लिया है।
दहेज के लिए मारी गोली
दहेज के लिए हुई विवाहिता की हत्या का मामला सामने आया है जनपद बाराबंकी के थाना मोहम्मद पुर खाला इलाके के गांव शिवराज पुर से। जहां 25 वर्षीय विवाहिता गीता को उसके ससुराल के लोगों ने इसलिए गोली मार दी क्योंकि उनकी दहेज की मांग विवाहिता के घर वालों ने पूरी नहीं की थी। गोली लगने के बाद मौके पर ही गीता की मौत हो गयी।आपको बता दें शादी की पहली सालगिरह के दिन ही ससुराल वालों ने उसकी जान ले ली।
दहेज के लिए करते थे प्रताड़ित
सूचना पर पहुंची मृतका की मौसी की अगर मानें तो एक साल पहले उन्होंने गीता की शादी की थी। शादी के बाद से ही गीता के ससुराल वाले दहेज के रूप में पांच लाख रुपए नगद और एक बोलेरो गाड़ी की मांग कर रहे थे। गीता से जब भी वह लोग बात करने का प्रयास करते थे तो उसके ससुराल वाले बात ही नहीं करवाते थे। गीता को परेशान करना, दहेज के लिए प्रताड़ित करने का काम और दहेज मंगवाने का दबाव बनाने का काम करते थे और इसके लिए गीता के साथ मारपीट भी करते थे। गीता से कहते थे कि तुम अपने मां-बाप की अकेली लड़की हो इतना तो वह लोग दे ही सकते हैं। जब उन लोगों ने ससुराल वालों की यह मांग पूरी नहीं की तो गीता को गोली मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वारदात के बाद इलाके में सनसनी
गीता की मां और उसके घर वालों ने अपनी क्षमता से आगे जाकर बड़े ही धूम धाम से अपनी बेटी का हाथ पीला किया था। मगर शायद उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि जिस घर में वह अपनी बेटी को पूरी जिंदगी बसर करने के भेज रहे हैं वहां सिर्फ एक साल बाद ही उसकी हत्या कर दी जाएगी। यह काम कोई और नही बल्कि वह लोग ही करेंगे जिनके ऊपर गीता की रक्षा की जिम्मेदारी थी। गीता को गोली मारने और उसकी मौत की खबर आग की तरह पूरे गांव में फैल गई। देखते-देखते लोगों की भीड़ गीता के घर पर जमा हो गई। गीता का शव देखकर सभी की आंखें नम हो रही थीं।
6 लोगों पर केस दर्ज, 4 गिरफ्तार
वहीं मौके पर पहुंचे बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर हम मौके पर आए हैं। यहां एक विवाहिता गीता की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। यह बात तो स्पष्ट है कि मौत गोली लगने से हुई हैं।गीता के पिता देव नारायण सिंग की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पति महेंद्र सिंह , ससुर दिनेश सिंह, सास सरोज सिंह, देवर अजय पाल सिंह समेत 6 लोगों पर केस दर्ज कर 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। तलाशी के दौरान पुलिस को घर पर दो अवैध तमंचे भी मिले।
बाराबंकी/उत्तर प्रदेश से न्यूज़ इंडिया 17. -
कितना भी समाज सुधार के कार्यक्रम चलाए जाएं, कितनी भी लोगों के अंदर जागरूकता फैलाई जाई, सरकार चाहे जितना लड़कियों के कल्याण के लिए योजनाएं चला दे, कितने भी दहेज विरोधी अभियान चलाए जाएं। लेकिन समाज के कुछ ऐसे दहेज लोभी दानव हैं जो लड़कियों का कल्याण होने नही देंगे। उल्टा दहेज के लालच में लड़कियों की हत्याएं करते रहेंगे। कुछ ऐसा ही हुआ है बाराबंकी में, जहां लालची लोगों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर शादी की पहली सालगिरह के दिन ही एक विवाहिता को गोली मारकर उसे मौत की नींद सुला दिया। पुलिस ने मामले में पति समेत 6 लोगों पर केस दर्ज कर 4 लोगों को दबोच भी लिया है।
दहेज के लिए मारी गोली
दहेज के लिए हुई विवाहिता की हत्या का मामला सामने आया है जनपद बाराबंकी के थाना मोहम्मद पुर खाला इलाके के गांव शिवराज पुर से। जहां 25 वर्षीय विवाहिता गीता को उसके ससुराल के लोगों ने इसलिए गोली मार दी क्योंकि उनकी दहेज की मांग विवाहिता के घर वालों ने पूरी नहीं की थी। गोली लगने के बाद मौके पर ही गीता की मौत हो गयी।आपको बता दें शादी की पहली सालगिरह के दिन ही ससुराल वालों ने उसकी जान ले ली।
दहेज के लिए करते थे प्रताड़ित
सूचना पर पहुंची मृतका की मौसी की अगर मानें तो एक साल पहले उन्होंने गीता की शादी की थी। शादी के बाद से ही गीता के ससुराल वाले दहेज के रूप में पांच लाख रुपए नगद और एक बोलेरो गाड़ी की मांग कर रहे थे। गीता से जब भी वह लोग बात करने का प्रयास करते थे तो उसके ससुराल वाले बात ही नहीं करवाते थे। गीता को परेशान करना, दहेज के लिए प्रताड़ित करने का काम और दहेज मंगवाने का दबाव बनाने का काम करते थे और इसके लिए गीता के साथ मारपीट भी करते थे। गीता से कहते थे कि तुम अपने मां-बाप की अकेली लड़की हो इतना तो वह लोग दे ही सकते हैं। जब उन लोगों ने ससुराल वालों की यह मांग पूरी नहीं की तो गीता को गोली मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वारदात के बाद इलाके में सनसनी
गीता की मां और उसके घर वालों ने अपनी क्षमता से आगे जाकर बड़े ही धूम धाम से अपनी बेटी का हाथ पीला किया था। मगर शायद उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि जिस घर में वह अपनी बेटी को पूरी जिंदगी बसर करने के भेज रहे हैं वहां सिर्फ एक साल बाद ही उसकी हत्या कर दी जाएगी। यह काम कोई और नही बल्कि वह लोग ही करेंगे जिनके ऊपर गीता की रक्षा की जिम्मेदारी थी। गीता को गोली मारने और उसकी मौत की खबर आग की तरह पूरे गांव में फैल गई। देखते-देखते लोगों की भीड़ गीता के घर पर जमा हो गई। गीता का शव देखकर सभी की आंखें नम हो रही थीं।
6 लोगों पर केस दर्ज, 4 गिरफ्तार
वहीं मौके पर पहुंचे बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर हम मौके पर आए हैं। यहां एक विवाहिता गीता की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। यह बात तो स्पष्ट है कि मौत गोली लगने से हुई हैं।गीता के पिता देव नारायण सिंग की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पति महेंद्र सिंह , ससुर दिनेश सिंह, सास सरोज सिंह, देवर अजय पाल सिंह समेत 6 लोगों पर केस दर्ज कर 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। तलाशी के दौरान पुलिस को घर पर दो अवैध तमंचे भी मिले।