रिपोर्ट - मुरादाबाद/उत्तर प्रदेश से तहसील प्रभारी सुभाष चंद्र दीक्षित।

बारिश से उफना रही राम गंगा नदी में जलस्तर बढ़ रहा है। खतरे के निशान को पार कर चुकी रामगंगा आज सुबह खतरे के निशान से रहा 63 सेमी ऊपर बह रही है। नदी का जलस्तर शाम तक बढ़ने के आसार हैं। सुबह दस बजे जलस्तर 191.23 मीटर पर रिकार्ड किया गया। रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन शुरू कर दिया है।
बाढ़ के मद्देनजर लोगों ने सुरक्षित जगहों पर जाने की तैयारी कर ली है। मुरादाबाद ने प्रशासन ने हालात को देखते हुए नवाबपुरा में मकान खाली कराए गए हैं। पानी बढ़ने से नदी से सटे राम गंगा विहार, आशियाना, दसवां घाट, नवाबपुरा, लाल बाग में पानी ज्यादा अंदर तक पहुंच गया है। रामगंगा का जलस्तर और बढ़ने पर शहर की अंदरूनी कालोनियां भी बाढञ की चपेट में आ सकती है। बाढ़ का असर शहर से सटे इमलाक, ऊंचा गांव और मछरिया में ज्यादा है। सड़कों पर पानी आने से कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है।
बारिश से उफना रही राम गंगा नदी में जलस्तर बढ़ रहा है। खतरे के निशान को पार कर चुकी रामगंगा आज सुबह खतरे के निशान से रहा 63 सेमी ऊपर बह रही है। नदी का जलस्तर शाम तक बढ़ने के आसार हैं। सुबह दस बजे जलस्तर 191.23 मीटर पर रिकार्ड किया गया। रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन शुरू कर दिया है।
बाढ़ के मद्देनजर लोगों ने सुरक्षित जगहों पर जाने की तैयारी कर ली है। मुरादाबाद ने प्रशासन ने हालात को देखते हुए नवाबपुरा में मकान खाली कराए गए हैं। पानी बढ़ने से नदी से सटे राम गंगा विहार, आशियाना, दसवां घाट, नवाबपुरा, लाल बाग में पानी ज्यादा अंदर तक पहुंच गया है। रामगंगा का जलस्तर और बढ़ने पर शहर की अंदरूनी कालोनियां भी बाढञ की चपेट में आ सकती है। बाढ़ का असर शहर से सटे इमलाक, ऊंचा गांव और मछरिया में ज्यादा है। सड़कों पर पानी आने से कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है।