रिपोर्ट - बिजनौर/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी विभोर कौशिक।
चकबंदी विभाग के बंदोबस्त अधिकारी को दो बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी। गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए मेरठ रेफर कर दिया। डीएम और प्रभारी एसपी/एएसपी सिटी ने जिला अस्पताल पहुंचकर जानकारी ली।
चकबंदी सहित राजस्व विभाग के अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गए। शनिवार की शाम करीब साढ़े छह बजे बंदोबस्त अधिकारी मेघवर्ण डीएम की बैठक में शामिल होकर अपने कार्यालय होने के बाद सुरेन्द्रनगर स्थित आवास जा रहे थे। सरकारी गाड़ी में अर्दली राजकुमार भी सवार था। चालक चंद्रपाल ने बताया कि गाड़ी जैसे ही सुरेंद्र नगर के मोड़ पर पहुंची तो दो फायरिंग की आवाज के साथ खिड़की का शीशा टूटने की आवाज आई। तब तक बंदोबस्त अधिकारी को गोली लग चुकी थी। दो बाइक सवार विपरीत दिशा में फरार होते दिखाई दिए। गाड़ी का सीसा पूरी तरह से बंद था। माना जा रहा है कि पहली गोली लगने से सीसा टूटा और दूसरी फायरिंग में गोली के छर्रे बंदोबस्त अधिकारी के पेट में जा लगे। आनन फानन जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में अधिकारियों को जमावड़ा लग गया। जिलाधिकारी अटल कुमार राय, प्रभारी एसपी/एएसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने अस्पताल पहुंचकर जानकारी हासिल की। 54 वर्षीय बंदोबस्त अधिकारी मेघवर्ण पुत्र मथुराप्रसाद मूल रूप से कानपुर देहात के गांव रतिकापुर के निवासी हैं। 18 जुलाई 2017 को ही उनकी बिजनौर में तैनाती हुई थी।
बाइक सवार कौन थे और गोली क्यों मारी इसकी पड़ताल शुरू कर दी गयी है। पुलिस प्रशासन ने वारदात की तह तक जाने के लिए कॉल डिटेल को भी जरिया बनाया है। बंदोबस्त अधिकारी के नंबर की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। जिससे वारदात की कड़ियों को खोला जा सके। प्रथम दृष्टया गोली मारने का कोई ठोस कारण सामने नहीं आया है। खौफ का कारण हो या कुछ और, वह कुछ बता नहीं पाए। बस इतना ही बताया, कि शीशा तोड़ा और गोली मार दी। वैसे चिकित्सकों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है, इसके बावजूद बेहतर इलाज के लिए मेरठ भेजा गया है। पुलिस चालक से भी पूछताछ कर रही है तथा सीसीटीवी फुटेज भी दिखवाई जा रही है।
दिनेश कुमार सिंह, प्रभारी एसपी/एसपी सिटी ने बताया
थाने की टीम, सर्विलांस और एसओजी समेत तमाम टीमें सक्रिय कर दी गई हैं। जानलेवा हमले के कारणों की समीक्षा की जा रही है। जो भी संलिप्त हैं, उन्हें शीघ्र पकड़ लिया जाएगा।