रिपोर्ट - नूरपुर/जिला बिजनौर से संवाददाता नितिन मोहन शर्मा।
दिनांक 21/22 दिसंबर 2018 की रात्रि में थाना नूरपुर के पूरनपुर नगला ग्राम की बिलाल मस्ज़िद के इमाम नूर आलम की गला घोट कर हत्या कर दी गई थी। शव में माथे पर 2 चोट के निशान भी थे। हत्या के बाद से इमाम के गांववासी रोजाना थाने पर आकर कातिल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन पर दबाब बना रहे थे। पुलिस इस मामले की तह में जाने का भरसक प्रयास कर रही थी तथा लगातार अपने सूत्रों के माध्यम से कातिल तक पहुंचने का प्रयास कर रही थी।
आज इस मामले में नूरपुर थाना पुलिस ने मस्जिद में ही दुकान करने वाले डॉ0 आरिफ को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया । प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनाक 21 दिसंबर 2018 की रात लगभग 9-30 बजे आरिफ इमाम को एलर्जी की दवा देने गया था। बातो बातो में उधारी के पैसे को लेकर दोनो बहस हो गयी और इमाम ने डा 0 आरिफ को धमकाया कि तुम मस्ज़िद में दुकान करते हो और औरतों से गंदी बात करते हों, मैं कमेटी से तुम्हारी शिकायत फजर की नमाज़ में करूँगा और तुम्हारी दुकान खाली करा दूंगा। बहस मारपीट में बदल गयी और डा 0 आरिफ ने वहाँ एक ओर रखा सिलेंडर उठा कर इमाम के सिर पर वार कर दिया। सिलेंडर की चोट सिर पर पड़ने के कारण इमाम के माथे पर चोट आई और इमाम नूर आलम बेसुध हो गए। उसके बाद आरिफ ने वह पड़े हरे रंग के कपड़े से गला घोंट दिया और गले मे गांठ लगा दी और वहां से चला गया।
रात भर बेचैनी की आलम में मोबाइल पर अपनी महिला मित्र से बाते करता रहा और यूटूब पर तकरीरी वीडियो देखता रहा। सुबह मस्जिद के पास वाहिद मिस्त्री कीदुकान के सामने आग ताप कर अजान देने के बहाने गया और लोगों को बताया कि किसी ने इमाम की हत्या कर दी।
नूरपुर थाना पुलिस तब ही से इस मामले की छानबीन में लगी थी और आज डा 0 आरिफ की गिरफ्तारी के साथ ही इस हत्याकांड से पर्दा उठा दिया। मगर दूसरी ओर मृतक के पिता पुलिस की इस कामयाबी पर नाखुश है और थाना नूरपुर में ही खुलेआम पुलिस द्वारा किये गए इस खुलासे को चुनौती देते नजर आये। मृतक के पिता का इस बारे में क्या कहना है आप वीडियो में देख सकते है।