चॉदपुर - कन्नौज मे लेखपालो पर किये गये जानलेवा हमले के दोषी अधिवक्ताओ पर कार्यवाही को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
रिपोर्ट - चॉदपुर/जिला बिजनौर से तहसील प्रभारी नितिन मोहन शर्मा।
उत्तर प्रदेश के जिला कन्नौज की तहसील छिबरामउ मे 20 सितम्बर 2019 को अधिवक्ता देवेन्द्र कुमार राजपूत द्वारा महिला लेखपाल पर EWS प्रमाण पत्र पर जबरन रिपोर्ट लगाने का दबाब बनाने तथा रिपोर्ट न लगाने पर महिला लेखपाल के साथ मारपीट किये जाने से आक्रोशित हुए लेखपालो ने कल चॉदपुर तहसील पहुॅचकर धरना प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के तत्वाधान मे दिये गये ज्ञापन मे कहा गया है कि रिपोर्ट लगाने का दबाब बनाने वाले अधिवक्ता देवेन्द्र कुमार राजपूत ने न केवल महिला लेखपाल के साथ मारपीट की बल्कि उसके बचाव के आयी दूसरी महिला लेखपाल के साथ भी अभद्रता की। ज्ञापन मे कहा गया है कि इसके बाद सैंकड़ो की संख्या मे अधिवक्ता तहसील परिसर पहुॅचे और लेखपालो पर जानलेवा हमला कर दिया। इस प्रकरण के चलते लेखपालो को 4 से 5 घंटे तक तहसील सभागार मे बंधक बनाकर रखा गया। ज्ञापन मे कहा गया है कि लेखपालो के साथ अधिवक्ताओ द्वारा की गयी मारपीट व अभद्रता के बाद भी लेखपालो के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज की गयी। इस सबके लिये जिलाधिकारी कन्नौज व पुलिस को दोषी बताते हुए कहा गया है कि इनकी लापरवाही के चलते ही यह घटना घटित हुई है।
जनपद कन्नौज के लेखपालो के विरोध के पश्चात दोषी अधिवक्ताओ के खिलाफ एफआईआर लिखी गयी परन्तु उक्त प्रकरण मे अभी तक कोई गिरफतारी नही हो सकी है। ज्ञापन के माध्यम से पूर्ण ब्यौरा देते हुए कहा गया है कि दोषियो की गिरफतारी को लेकर लेखपालो ने कलेक्ट्रेट कार्यालय कन्नौज मे शान्ति पूर्वक धरना दिया था जहॉ एक बार फिर से अधिवक्ताओ ने लाठी डंडो से लेखपालो पर हमला किया। लेखपालो ने पुलिस अधीक्षक कन्नौज से सुरक्षा की मॉग की थी जिस पर कोई ध्यान नही दिया गया।
ज्ञापन मे कहा गया है कन्नौज मे अधिवक्ताओ की ओर से लेखपालो पर किये गये हमले के बाद से कोई भी लेखपाल स्वयं को सुरक्षित नही समझ रहा है तथा अधिवक्ताओ के आतंक व जिलाधिकारी व पुलिस प्रशासन की उदासीनता के चलते जनपद कन्नौज के लेखपालो ने त्यागपत्र लिख दिये है। ज्ञापन मे कहा गया है कि ऐसी विषम परिस्थतियो के चलते उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के तत्वाधान मे प्रदेश की समस्त 350 तहसीलो से जुड़े सभी लेखपालो ने कार्य का बहिष्कार कर दिया है तथा दोषी अधिवक्ताओ के खिलाफ उचित कार्यवाही किये जाने तक लेखपाल आन्दोलनरत रहेगे। ज्ञापन मे यह भी कहा गया है यदि अब भी उक्त प्रकरण मे दोषी अधिवक्ताओ के खिलाफ उचित कार्यवाही नही की जाती है तो 27 सितम्बर 2019 को लेखपाल संघ के समस्त जिलाध्यक्षो व जिला मंत्रियो की आयोजित की जाने वाली बैठक मे कठोर निर्णय लिये जा सकते है।
08:55 AM, 26/09/2019