महानगर मुरादाबाद के रहने वाले एक किशोर और किशोरी की कांठ में चोरी-छिपे विवाह करने की तैयारी हो रही थी। इसकी भनक लगते ही एएचटीयू सक्रिय हो गई। कांठ पुलिस की मदद से इस बाल विवाह रोका गया। इसके बाद दोनों के परिजनों से लिखित आश्वासन लिया गया कि बालिग होने तक वह दोनों का विवाह नहीं करेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुरादाबाद के कांठ थाना क्षेत्र के गांव मुख्त्यारपुर नवादा के पास स्थित आशापुर कालोनी में किशोर व किशोरी के विवाह की तैयारी चल रही थी। दोनों मुरादाबाद के आदर्श कालोनी और पटेलनगर के रहने वाले थे। इस बीच किसी ने बाल विवाह की जानकारी एएचटीयू को दे दी। इस पर बाल विवाह रोकथाम समिति सक्रिय हो गई। बाल कल्याण समिति की महिला सदस्य नीतू सक्सेना, पुलिस, विशेष किशोर पुलिस इकाई के उपनिरीक्षक मयंक गोयल, महिला कांस्टेबिल शालू यादव, कांस्टेबिल सुबोध कुमार, कांठ थाने के एसआइ दीपक कुमार, जिला प्रोवेशन कार्यालय के काउंसलर जगदीश सिंह, चाइल्ड लाइन से अंजू सागर आशापुर कालोनी पहुंचे। वहां शादी की तैयारियां चल रहीं थीं। टीम को देखते ही किशोर व किशोरी फरार हो गए। टीम के सदस्यों ने उनके स्वजनों से बात की। बाल विवाह न करने की हिदायत देते हुए इसे कानून विरुद्ध बताया।
उधर स्वजनों ने बताया कि किशोर व किशोरी में प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी की जिद पर अड़े थे। वहीं मामले को लेकर कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। लोगों का कहना है कि किशोर उम्र में अक्सर कदम बहक जाते हैं लेकिन स्वजनों को समझदारी का परिचय देना चाहिए न कि जिद पूरी करने में जुट जाना चाहिए।