सोमवार देर रात जिला बिजनौर के हल्दौर में बाल मजदूरों को मुक्त करा कर आई पुलिस की टीम पर कुछ लोगो द्वारा हमला किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। बताया गया कि चौकी के अंदर कुछ लोगों ने हमला कर एक सिपाही को घायल कर दिया जबकि महिला अधिकारी के साथ भी आरोपितों ने अभद्रता की। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार सोमवार रात्रि जिला बाल संरक्षण अधिकारी रूबी गुप्ता ने आला अधिकारियों को सूचना दी कि जिले के हल्दौर थाना क्षेत्र के ग्राम खैराबाद में झारखंड के दो नाबालिग बच्चे रह रहे हैं, जिन्हें अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा गया है तथा उनसे मजदूरी कराई जा रही है। सूचना के आधार पर बाल संरक्षण अधिकारी रूबी गुप्ता बिजनौर सर्विलांस में तैनात सिपाही दीपक तोमर के साथ स्थानीय थाने आई और अपनी आमद थाने में दर्ज कराकर सिपाही देवेंद्र मान व सचिन को साथ लेकर ग्राम खैराबाद में स्थित अमित पुत्र प्रमोद के घर छापा मारकर वहा बंधक बनाकर रखे गये अजय पुत्र संतोष प्रिहया, निवासी ग्राम कोने, जनपद लातेहार, झारखण्ड को मुक्त कराया।
बाल संरक्षण अधिकारी को गांव में ही जानकारी मिली कि खैराबाद में एक अन्य बच्चे को और बंधक बनाकर रखा गया है जिसके बाद रूबी गुप्ता ने ग्राम में रहने वाले हरिओम पुत्र महेंद्र के यहाँ से बबलू पुत्र गुनी, निवासी ग्राम सेमपुर, जिला चतरा, झारखण्ड को मुक्त कराया।
दोनों बच्चों को मुक्त कराने के बाद जब टीम अम्हेडा चौकी पहुँची तो ग्राम खैराबाद निवासी सचिन पुत्र दलीप व हरिओम पुत्र महेंद्र चौकी पहुँचे और चौकी गेट पर दोनों लोगो ने सर्विलांस में तैनात सिपाही के साथ मारपीट की। सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।