मुरादाबाद - वेशवूषा व नाम बदलकर, धर्म छिपाकर रह रहा 11 वर्ष से फरार अभियुक्त गिरफ्तार, भाई की 3 सालियों को भगा ले जाने का है आरोप
जनपद मुरादाबाद की छजलैट पुलिस ने आज मंगलवार को पिछले 11 वर्षो से फरार चल रहे अभियुक्त हरिसिंह को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त गत 10 वर्षो से अपनी पहचान छिपाकर व वेष-भूषा बदलकर तमिलनाडु में रह रहा था। न्यायालय में हाजिर न होने पर फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उसकी गिरफ्तारी के लिए स्थायी वारंट जारी किया था। दूसरी ओर अभियुक्त की गिरफ्तारी न होने पर परेशान पुलिस ने 25,000 रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था।
प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीना ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्त हरिसिंह के विरुद्ध एक मामले में छजलैट थाने में मामला दर्ज हुआ था। इसमें उसे छह महीने की सजा हुई थी। फिर जमानत के बाद वर्ष 2012 से यह फरार था। इसके फरार होने पर न्यायालय अपर जिला सत्र न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक कोर्ट) ने इसके विरुद्ध स्थाई वारंट जारी कर दिया था। फिर भी इसके हाजिर और गिरफ्तारी नहीं होने पर एसएसपी ने आरोपी के विरुद्ध 25,000 रुपये का पुरस्कार घोषित कर दिया था। हरिसिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गयी थी। आरोपी हरिसिंह फरार होने पर कई राज्यों में अपना ठिकाना बनाकर रहता रहा और पुलिस भी इसके पीछे लगी रही। इसी बीच अभी ढाई-तीन महीने पूर्व इसके तमिलनाडु में होने का इनपुट मिला था। जिस पर स्थाई तौर पर पुलिस की एक टीम बनाकर तमिलनाडु भेजी गयी थी। पुलिस टीम तमिलनाडु में रहकर कई शहरों में इसके ठिकाने के बारे में पता लगाती रही।पुलिस के पास अभियुक्त हरिसिंह का फोटो नहीं था और अभियुक्त ने तमिलनाडु हुए अपना नाम बदलकर सलमान रख लिया था। वहां इसे लोग सलमान के नाम से ही पहचानते थे। हरिसिंह तमिलनाडु में पूरी तरह से मुस्लिम धर्म के सभी रीति-रिवाज को अपनाकर रह रहा था। पहचान छिपाने के लिए वह मस्जिद व घर में नमाज भी पढ़ता था। इस तरह उसने तमिलनाडु में 11 वर्ष गुजार दिए। अभियुक्त की इनपुट मिलने के बाद जिले की पुलिस टीम ढाई-तीन महीने तक तमिलनाडु में रहकर इसकी खोज में सक्रिय रही। फिर पता चला कि आरोपी तिरुप्पुर जिला मुख्यालय पर रूई की फैक्ट्री में काम कर रहा है। वहां जाकर पता किया गया तो जानकारी मिली संबंधित व्यक्ति हरिसिंह नहीं सलमान है।
पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में अभियुक्त ने फरार होने के बाद कहां-कहां रहा, क्या किया? सब पुलिस को बताया। हरिसिंह उर्फ सलामन के विरुद्ध दिल्ली व गाजियाबाद में भी कई मामले दर्ज हैं। सीओ कांठ अंकित तिवारी ने बताया कि हरिसिंह अपने भाई नंदराम की साली को भगा ले गया था। इस मामले में इसके विरुद्ध वर्ष 2012 में छजलैट थाने में मामला दर्ज हुआ था। इसमें हरिसिंह, राम प्रकाश व लालता नामजद थे। फास्ट ट्रैक्ट कोर्ट ने इस प्रकरण में तीनों दोषसिद्ध अभियुक्तों को छह-छह महीने का कारावास की सजा सुनाई थी। तीनों अभियुक्त जेल भेजे गए थे। इसमें हरिसिंह जमानत पर बाहर आया था और फिर वह फरार हो गया था। उन्होंने बताया कि इसने अपने भाई की गाजियाबाद में विवाहित साली को भी भगा ले गया था। इस मामले में इसके विरुद्ध गाजियाबाद के थाना सिहानीगेट में एफआईआर दर्ज है। इसके बाद यह इसी साल भाई की एक और साली को दिल्ली से भगा ले गया। जिस पर इसके विरुद्ध कल्यानपुरी थाने में एफआईआर दर्ज है।
थानाध्यक्ष छजलैट सत्येंद्र शर्मा ने बताया कि हरिसिंह पुत्र खचेड़ू संदलीपुर का रहने वाला है। इसे कांठ रोड पर समदपुर चौराहे से मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई में दरोगा जगजीत सिंह, हेड कांस्टेबल शब्दाधार कुमार, कांस्टेबल नितिन कुमार व प्रतीक कुमार शामिल रहे हैं।
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