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Meerut/Uttar Pradesh
मेरठ। सरधना के मोहल्ला शेखान में सोमवार आधी रात सब्जी आढ़ती के घर पड़ी करीब 60 लाख की डकैती फर्जी निकली। बेटी और दामाद ने पूरे घटनाक्रम की पटकथा तैयार की थी। आढ़ती को अपने साले का पैसा न देना पड़े, इसके लिए उसने डकै ती की झूठी घटना का शोर मचा दिया।
एसपी देहात राजेश कुमार ने शुक्रवार दोपहर को प्रेस नोट जारी करते हुए पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। एसपी देहात के अनुसार मामले में सर्विलांस टीम, क्राइम ब्रांच टीम को खुलासे के लिए लगाया था। जांच पड़ताल में सामने आया कि सब्जी आढ़ती मोहम्मद यासीन और उसकी पत्नी हसीना के कोई बेटा नहीं है। आढ़ती के एक बेटी शबाना है। बेटी के साथ दामाद फुरकान निवासी बुढ़ाना भी घर में ही रहते हैं। आढ़ती यासीन का साला अनीस दिल्ली में रहता है। छह माह पहले आढ़ती के साले ने दस तोला सोना और पांच लाख रुपये अपनी बहन हसीना के घर पर रख दिए थे।
इस दौरान आढ़ती के घर उसके साले द्वारा रखी गई रकम को बेटी और दामाद ने गायब कर दिया। आढ़ती की दो नातिन की जल्द ही शादी भी है, इसके लिए पूरी प्लानिंग की। एसपी देहात ने बताया कि डकैती की फर्जी घटना का मुकदमा लिखवाने में आढ़ती यासीन पर धारा 182 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को आढ़ती एसएसपी ऑफिस पहुंचा था, लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि केस खुल गया तो वह भाग निकला।
इमराना का नाम लेकर फंसे
एसएसपी और एसपी देहात को पूछताछ में आढ़ती और उनकी पत्नी ने बताया था कि मुजफ्फरनगर के शामली बस अड्डा निवासी इमराना डकैती की घटना में शामिल हो सकती है। पुलिस अफसरों ने पूछा कि इमराना कौन है, तो उन्होंने बताया कि इमराना के पास उनका आना जाना है, जिससे पूछा गया था कि तंत्र मंत्र से यह पता करो की पैसा किसने गायब किया है। पुलिस ने इमराना को हिरासत में लिया तो उसने बताया कि 15 दिन पहले आढ़ती आए थे कि घर पर उसके साले का पैसा किसी ने गायब कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आढ़ती और इमराना का सामना कराया तो पूरा केस खुल गया। वहीं पुलिस ने आढ़ती के दामाद के मोबाइल नंबर की काल ट्रेस की थी।
पहले भी डकैती फर्जी निकली थी
2004 में भी आढ़ती के घर में डकैती की घटना हुई थी। बताया गया था कि बदमाश सोने-चांदी के जेवर और 76 हजार रुपये ले गए थे। पुलिस ने घटना को संदिग्ध मानकर एक सप्ताह में ही मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी।
खास बात
25 दिसंबर की देर रात सरधना में पड़ी थी डकैती
साले का पैसा न देना पड़े, इसलिए डकैती की झूठी पटकथा रची
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मेरठ। सरधना के मोहल्ला शेखान में सोमवार आधी रात सब्जी आढ़ती के घर पड़ी करीब 60 लाख की डकैती फर्जी निकली। बेटी और दामाद ने पूरे घटनाक्रम की पटकथा तैयार की थी। आढ़ती को अपने साले का पैसा न देना पड़े, इसके लिए उसने डकै ती की झूठी घटना का शोर मचा दिया।
एसपी देहात राजेश कुमार ने शुक्रवार दोपहर को प्रेस नोट जारी करते हुए पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। एसपी देहात के अनुसार मामले में सर्विलांस टीम, क्राइम ब्रांच टीम को खुलासे के लिए लगाया था। जांच पड़ताल में सामने आया कि सब्जी आढ़ती मोहम्मद यासीन और उसकी पत्नी हसीना के कोई बेटा नहीं है। आढ़ती के एक बेटी शबाना है। बेटी के साथ दामाद फुरकान निवासी बुढ़ाना भी घर में ही रहते हैं। आढ़ती यासीन का साला अनीस दिल्ली में रहता है। छह माह पहले आढ़ती के साले ने दस तोला सोना और पांच लाख रुपये अपनी बहन हसीना के घर पर रख दिए थे।
इस दौरान आढ़ती के घर उसके साले द्वारा रखी गई रकम को बेटी और दामाद ने गायब कर दिया। आढ़ती की दो नातिन की जल्द ही शादी भी है, इसके लिए पूरी प्लानिंग की। एसपी देहात ने बताया कि डकैती की फर्जी घटना का मुकदमा लिखवाने में आढ़ती यासीन पर धारा 182 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को आढ़ती एसएसपी ऑफिस पहुंचा था, लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि केस खुल गया तो वह भाग निकला।
इमराना का नाम लेकर फंसे
एसएसपी और एसपी देहात को पूछताछ में आढ़ती और उनकी पत्नी ने बताया था कि मुजफ्फरनगर के शामली बस अड्डा निवासी इमराना डकैती की घटना में शामिल हो सकती है। पुलिस अफसरों ने पूछा कि इमराना कौन है, तो उन्होंने बताया कि इमराना के पास उनका आना जाना है, जिससे पूछा गया था कि तंत्र मंत्र से यह पता करो की पैसा किसने गायब किया है। पुलिस ने इमराना को हिरासत में लिया तो उसने बताया कि 15 दिन पहले आढ़ती आए थे कि घर पर उसके साले का पैसा किसी ने गायब कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आढ़ती और इमराना का सामना कराया तो पूरा केस खुल गया। वहीं पुलिस ने आढ़ती के दामाद के मोबाइल नंबर की काल ट्रेस की थी।
पहले भी डकैती फर्जी निकली थी
2004 में भी आढ़ती के घर में डकैती की घटना हुई थी। बताया गया था कि बदमाश सोने-चांदी के जेवर और 76 हजार रुपये ले गए थे। पुलिस ने घटना को संदिग्ध मानकर एक सप्ताह में ही मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी।
खास बात
25 दिसंबर की देर रात सरधना में पड़ी थी डकैती
साले का पैसा न देना पड़े, इसलिए डकैती की झूठी पटकथा रची