रिपोर्ट - मुरादाबाद उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी सत्यवीर यादव।
तीर्थयात्रा के लिए निकले तेलंगाना के कारोबारी शुक्रवार को कांठ रोड पर सड़क हादसे में घायल हो गए थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दो दिनों तक उपचार मिलने के बाद उनकी मौत हो गई। कारोबारी की बेटी ने मुरादाबाद के सिविल लाइन थाने में हादसे का मुकदमा दर्ज कराया।
तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के शंकर पल्ली थानाक्षेत्र स्थित गीता मंदिर निवासी नरसिंह लू (45) कारोबारी थे। वह अपनी बेटी गौरी और बडे़ दामाद रवि कुमार के साथ बस से उत्तर प्रदेश के तीर्थ स्थलों पर घूमने के लिए आए थे। 25 मई को नरसिंह लू बस में सवार होकर हरिद्वार से सीतापुर स्थित नैमिषारण्य मिश्रिख के लिए निकले थे। बस रात सवा आठ बजे कांठ रोड पर ओवर ब्रिज के पास पहुंची थी। पावर हाउस के सामने ढाबे पर चालक ने बस रोक दी। सभी तीर्थयात्री ढाबे पर खाना खाने लगे। इसी दौरान नरसिंह लू लघुशंका के लिए सड़क पार करने लगे। तभी छजलैट की तरफ से आ रहे वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल होने के बाद साथी तीर्थ यात्रियों की मदद से कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने के कारण उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया। शनिवार देर रात नरसिंह लू ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना पर पूरा परिवार दिल्ली आ गया था। बेटी गौरी रविवार दोपहर बाद सिविल लाइंस थाने पहुंची। गौरी की तहरीर पर हादसे का मुकदमा दर्ज किया। प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज की गई है, चालक की तलाश की जा रही है।
तीर्थयात्रा के लिए निकले तेलंगाना के कारोबारी शुक्रवार को कांठ रोड पर सड़क हादसे में घायल हो गए थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दो दिनों तक उपचार मिलने के बाद उनकी मौत हो गई। कारोबारी की बेटी ने मुरादाबाद के सिविल लाइन थाने में हादसे का मुकदमा दर्ज कराया।
तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के शंकर पल्ली थानाक्षेत्र स्थित गीता मंदिर निवासी नरसिंह लू (45) कारोबारी थे। वह अपनी बेटी गौरी और बडे़ दामाद रवि कुमार के साथ बस से उत्तर प्रदेश के तीर्थ स्थलों पर घूमने के लिए आए थे। 25 मई को नरसिंह लू बस में सवार होकर हरिद्वार से सीतापुर स्थित नैमिषारण्य मिश्रिख के लिए निकले थे। बस रात सवा आठ बजे कांठ रोड पर ओवर ब्रिज के पास पहुंची थी। पावर हाउस के सामने ढाबे पर चालक ने बस रोक दी। सभी तीर्थयात्री ढाबे पर खाना खाने लगे। इसी दौरान नरसिंह लू लघुशंका के लिए सड़क पार करने लगे। तभी छजलैट की तरफ से आ रहे वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल होने के बाद साथी तीर्थ यात्रियों की मदद से कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने के कारण उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया। शनिवार देर रात नरसिंह लू ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना पर पूरा परिवार दिल्ली आ गया था। बेटी गौरी रविवार दोपहर बाद सिविल लाइंस थाने पहुंची। गौरी की तहरीर पर हादसे का मुकदमा दर्ज किया। प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज की गई है, चालक की तलाश की जा रही है।