नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के संभल में शुरू हुए प्रदर्शन ने देखते-देखते उग्र रूप ले लिया। सराय तरीन से शुरू होते हुए जुलूस नगरपालिका मैदान तक पहुंच गया। आंदोलन में जिले के युवा नागरिकता संशोधन बिल वापस लेने की मांग करते हुए भारी संख्या में सड़कों पर उतर आए।
थोड़ी देर में करीब एक बजे आंदोलन इतना उग्र हो गया कि प्रदर्शनकारियों ने दो यात्री बसों में आग लगा दी। इनमें से एक बस बदायूं और एक नोएडा डिपो की थी। इसके घटना के बाद माहौल और भी भड़क उठा। यह सब देख क्षेत्र की सभी दुकानें और बाजार अचानक बंद कर दिए गए।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के संभल में शुरू हुए प्रदर्शन ने देखते-देखते उग्र रूप ले लिया। सराय तरीन से शुरू होते हुए जुलूस नगरपालिका मैदान तक पहुंच गया। आंदोलन में जिले के युवा नागरिकता संशोधन बिल वापस लेने की मांग करते हुए भारी संख्या में सड़कों पर उतर आए।
मौके पर पहुंची पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की। आगजनी की इस घटना में एक मासूम समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दोनों बसेें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
हाथों में तिरंगे झंडे लेकर युवाओं ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान अचानक उमड़ी भीड़ के कारण नगरपालिका मैदान के आस पास भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची। पुलिस ने मुस्लिम वर्ग के नेताओं से भीड़ को संभालने के लिए कहा।
इधर विरोध जारी रखने के लिए समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष फिरोज खां, नगर पालिका अध्यक्ष के पति हाजी मेंबर शकील और समाजवादी पार्टी के सांसद डॉक्टर बर्क भी मौदान पहुंच गए। वहां पहुंचे नेताओं ने भीड़ को संबोधित करते हुए नागरिकता संशोधन कानून को देश का काला कानून बताया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने उन्हें राष्ट्रपति के नाम से अपना ज्ञापन सौंपा।
सम्भल/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी देवेंद्र कुमार।