कांठ में 2011 में आगरा यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट पर नौकरी पाने वाली दो सगी बहनों पर कानूनी शिकंजा कस गया है। एसआइटी की रिपोर्ट पर मामला पकड़ में आने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर एक सहायक अध्यापिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जबकि दूसरी के खिलाफ थाना छजलैट में मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दे दी गई है।
कस्बा कांठ के प्राथमिक कन्या विद्यालय की शिक्षिका मालती कुमारी पुत्री चंद्रपाल सिंह निवासी कांठ ने आगरा यूनिवर्सिटी की स्नातक की मार्कशीट के आधार पर नौकरी हासिल की थी। खंड शिक्षा अधिकारी छजलैट अरुण कुमार ने मामला प्रकाश में आने पर शिक्षिका के खिलाफ तहरीर दी। आरोपित शिक्षिका के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करके विवेचना शुरू कर दी है। इसके साथ ही मालती की बहन ग्राम बगिया सागर के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका की नौकरी कर रही है। उनकी स्नातक की मार्कशीट भी फर्जी है। इनकी मार्कशीट भी आगरा यूनिवर्सिटी की ही थी।
खंड शिक्षा अधिकारी ने छजलैट थाना पुलिस को उसके खिलाफ भी तहरीर दी है। प्रभारी निरीक्षक कांठ अजय कुमार गौतम ने बताया कि उनके यहां मालती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दूसरी शिक्षिका के खिलाफ थाना छजलैट में मुकदमा लिखा जाएगा। यह कार्रवाई एसआइटी की रिपोर्ट पर हो रही है। पूरे प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों से नौकरी करने के मामले सामने आए हैैं। फर्जी मार्कशीट मामले में यूनिवर्सिटी के स्टाफ की भूमिका भी संदिग्ध है। विवेचना के दौरान कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आएंगे।
मुरादाबाद/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी सत्यवीर यादव।