आज गुरुवार को बिजनौर के नुमाइश ग्राऊंड में आयोजित की गयी भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में मुख्य वक्ता व यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार और ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर तीखा हमला किया। टिकैत ने किसानो की अन्य समस्याओ को लेकर भी सरकार पर तीखे शब्द बाण चलाये।
महापंचायत में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने ईवीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ईवीएम केंद्र सरकार की मौसी है कोई किसी को वोट दे मगर जीतेंगे ये ही। उन्होंने कहा कि केंद्र की सत्ता में आसीन भाजपा सरकार की नीतिया सही नहीं है यदि उत्तर प्रदेश सरकार कुछ करना भी चाहे तो दिल्ली से उस पर रोक लगा दी जाती है।राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री बनाकर सारे जंगल काट दिए। जो हमारे 500, 100 साल पुराना जंगल है, वह सारा काट दिया। यहां पर कह रहे कि पेड़ लगाओ। यहां अधिकारी पौधे लगाकर फोटो खिंचवा रहे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की पॉलिसी अधिकारियों के कलम और चेहरे से दिखाई देती है। सीजन शुरू होने वाला है, मगर गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान नहीं हुआ है और न ही गन्ना मूल्य घोषित किया गया है।
महापंचायत में टिकैत ने किसानों की समस्याओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "बिजनौर का प्रशासन और सरकार किसानों को तंग कर रही है। हाथी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन अगर हाथी करंट से मर जाए तो किसान जेल में जाता है। जंगली जानवरों ने 50 किसानों की जान ले ली है, लेकिन सरकार इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। राकेश टिकैत ने गन्ना भुगतान और गन्ने की कीमत को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा की क्षेत्र में जंगली जानवरो का आतंक व्याप्त है क्या बिजनौर के किसान अपनी फसल छोड़कर चले जाए।
इस महापंचायत में किसानों के मुद्दों को लेकर एकजुटता दिखाई दी और राकेश टिकैत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि किसान आंदोलन को लेकर उनकी आवाज़ कितनी प्रबल है।
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