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बुधवार, अप्रैल 04, 2018

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बिजनौर - कांग्रेस का हाथ आया दलितों के साथ मृतक के लिए की मुआवजे की मांग

रिपोर्ट - बिजनौर/उत्तर प्रदेश (विभोर कौशिक)

एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ हुए प्रदर्शन में मारे गए युवकों के परिजनों को कांग्रेस का साथ मिल गया है। कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान मारे गए युवाओं के परिजनों को 25-25 लाख रुपए मुवाज़ा देने की मांग की। बिजनौर जिले के कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने 2 अप्रैल को हुए एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ प्रदर्शन में दलितों के मारे जाने पर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट ऑफ़िस पहुंचकर बिजनौर डीएम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष की अगुवाई में जनपद के कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष राजबब्बर के आहवान पर केंद्र सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालय की सड़कों पर जुलूस निकालकर हल्ला बोला।

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बाबू डूंगर सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा अनुसूचित जाति / जनजाति वर्ग के भाजपा सरकार की दलित विरोधी नीतियों के विरोध में आज का प्रदर्शन किया जा रहा है। 2 अप्रैल को देश भर में हुए प्रदर्शन से ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार ने जान बूझकर दलित के हितों की रक्षा के लिये कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। दलित वर्ग की जनता ने अपनी जायज मांगों को लेकर एससी-एसटी एक्ट के विरोध में आवाज उठाई थी। इस विरोध के दौरान दलितों पर हुई लाठी चार्ज की हम कड़ी निंदा करते है और सरकार दलित विरोधी है। कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार के इशारे पर किये गए कार्य की घोर निंदा करती है ।

ऐसी सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। इस प्रदर्शन में मरने वाले युवकों को सरकार द्वारा उनके घर वालों को 25 25 लाख रुपए का मुवाज़ा भी दिया जाना चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्वारा इस सरकार को भंग किया जाना चाहिए।

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