कांग्रेस नेताओं ने कहा कि श्रीमती गांधी ने एक सशक्त महिला नेता के रूप में काम किया है और सबने उनके काम को देखा है। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एक सशक्त महिला थीं जिन्होंने पाकिस्तान को नाकों चने चबा दिए थे और उसके 90हज़ार सैनिकों को आत्मसमर्पण करना पड़ा था। ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ था।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जिस तरह की मानसिकता के साथ काम कर रही है और वह जिस हिसाब से काम कर रही है वह बहुत निचले स्तर का रवैया है। इस सरकार ने साबित कर दिया है कि कानून इनके शासन में सबके लिए समान नहीं है। इनका एक कानून विपक्ष के लिए है और दूसरा अपने चहेते नेताओं के लिए है।
श्रीमती गांधी को भेजें समन पर उन्होंने कहा कि जिस मामले में श्रीमती गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है उस मामले में ईडी उन्हें बुला नहीं सकता है इसलिए उसको बताना चाहिए कि क्या इस मामले में सही मायने में श्रीमती गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
श्री गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की सोच और भारतीय जनता पार्टी की सोच में बहुत फर्क है। कांग्रेस नेता और उसके कार्यकताã अहिसात्मक तरीके से सत्याग्रह कर रहे हैं लेकिन पार्टी मुख्यालय के बाहर पुलिस छावनी बनी हुई है और कांग्रेस कार्यकर्ता'रघुपति राघव राजारामभजन गा कर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं। शांतिपूर्वक सत्याग्रह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं नेताओं का अधिकार है और उसे उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है।
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