ऐतिहासिक गंगा यात्रा के शुभारंभ हेतु आज सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिजनौर - मीरापुर मार्ग स्थित गंगा बैराज पहुॅचे। गंगा यात्रा 31 जनवरी को कानुपर पहुॅचकर समाप्त होगी।मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम की तैयारियॉ पिछले कई दिनो से की जा रही थी। पूरे बैराज क्षेत्र मेे अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी। गंगा मे 16 मोटरबोट तैनात की गयी थी जिन पर कमान्डो व एनडीआरएफ के जवान मुस्तैद थे। गंगा यात्रा के शुभारम्भ कार्यक्रम के चलते आज सुबह से ही बैराज मार्ग को बंद कर दिया गया था। रूट डायवर्ट के चलते वाहनो को वाया गजरौला, हरिद्वार होकर निकलना पड़ा।
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निर्धारित समय से कुछ देरी से कार्यक्रम स्थल पर पहुॅचे। मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर लगभग 12 बजकर 05 मिनट पर बैराज पर उतरा। मुख्यमंत्री के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी थे। हेलिकॅाप्टर से उतरने के बाद मुख्यमंत्री सीधे पूजा स्थल पर पहुॅचे। पूजा स्थल पर पहुॅचने के बाद मुख्यमंत्री ने लगभग 40 मिनट तक पूर्ण विधि विधान के साथ पूजा की। मुख्यमंत्री ने गंगा का दुग्धाभिषेक भी किया। पूजा के दौरान वातावरण गंगा मैया की जय, गंगा मैया के गीतो व भजनो से गूॅजायमान होता रहा।
गंगा पूजन पूर्ण होने के उपरान्त मुख्यमंत्री मंच पर पहुॅचे जहॉ जनप्रतिनिधियो, मंत्रियो व वरिष्ठ भाजपा नेताओ ने एक बड़ी माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर उपस्थित रहे नहटौर विधायक ओमकुमार ने मुख्यमंत्री को सोने का शिवलिंग भेंट किया। मुख्यमंत्री के संबोधन का प्रारम्भ महात्मा विदुर को नमन के साथ हुआ। महात्मा विदुर के साथ ही मुख्यमंत्री ने बिजनौर मे जन्मे वैज्ञानिक डा0 आत्माराम व इन्जिनियर राजा ज्वाला प्रसाद को भी स्मरण किया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन मे गंगा को आस्था ही नही वरन अर्थव्यवस्था का आधार बताया। उन्होने कहा कि प्रदेश की लगभग 40 प्रतिशत आबादी गंगा के किनारे बसी हुई है और यह गंगा की ही कृपा है कि आज देश अनाज के क्षेत्र मे आत्मनिर्भर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 दिवसीय यात्रा के दौरान अधिकारी व जनप्रतिनिधि 5 दिनो तक गंगा किनारे बसे गॉवो मे रात्रि विश्राम करेंगे। उन्होने कहा कि गंगा मात्र नदी नही है वरन यह जीवनदायिनी, मोक्षदायिनी व अमृतदायिनी है। उन्होने अपने संबोधन के दौरान देश व प्रदेश मे भाजपा सरकार से पूर्व सत्तारूढ रही पार्टियो की सरकारो को निशाना बनाते हुए कहा कि कुछ वर्षो पूर्व कानपुर पहुॅचते पहुॅचते गंगा एक नाले के रूप मे तब्दील हो जाती थी, आज प्रधानमंत्री के प्रयासो के चलते गंगा निर्मल व स्वच्छ हो सकी है। उन्होने कहा कि पहले गंगा से जुड़ी योजनाओ का पैसा तत्कालीन सरकारे खा जाती थी।
संबोधन के उपरान्त मुख्यमंत्री भोजन हेतु शीशमहल पहुॅचे जहॉ से यात्रा के लिये विशेष रूप से तैयार किये गये भव्य रथ मे सवार होकर रामराज के लिये प्रस्थान कर गये।
मुख्यमंत्री की जनसभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष भाजपा सुभाष वाल्मिकी ने की। संचालन प्रभारी मंत्री कपिल देव अग्रवाल व प्रेमकांत तिवारी ने संयुक्त रूप से किया। 31 जनवरी को समाप्त होने वाली यह गंगा यात्रा 27 जिलो, 21 नगर निकायो आदि से होते हुए लगभग 1358 किलोमीटर का सफर करेगी। मुख्यमंत्री के आगमन पर प्रशासनिक व सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने हेतु जिलाधिकारी रमाकान्त पान्डेय, पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी, एसडीएम सदर बृजेश कुमार सिंह सहित तमाम अधिकारियो ने सुबह से ही बैराज पर डेरा डाला हुआ था।
बिजनौर/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी विभोर कौशिक।