तेज हवाओं और बारिश ने दिल्ली में मचाया कहर, कई जगहों पर हादसे, लोगों में डर का माहौल
दिल्ली में गुरुवार देर रात आए तेज आंधी-तूफान और बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। राजधानी में कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की घटनाएं सामने आईं। दक्षिणी दिल्ली के जाफरपुर कलां इलाके में एक दर्दनाक हादसे में एक मकान पर पेड़ गिरने से तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है।
घटना की भयावहता से लोग सहमे
स्थानीय लोगों के मुताबिक, हादसे के वक्त बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे। अचानक आई तेज आंधी और बारिश के साथ ही एक पुराना पेड़ जड़ से उखड़कर मकान की छत पर गिर पड़ा। पेड़ का वजन इतना था कि मकान की छत पूरी तरह ढह गई। इस मलबे में तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य कई घायल हो गए। राहत और बचाव कार्य में लगी टीमों ने तुरंत मलबा हटाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
छावला में छत गिरने से चार लोग मलबे में दबे
इस बीच, दिल्ली के छावला इलाके में भी एक गंभीर हादसा हुआ। यहां एक पुराने मकान की छत तेज आंधी के चलते गिर गई, जिसमें चार लोग दब गए। स्थानीय प्रशासन और फायर ब्रिगेड की मदद से घंटों की मशक्कत के बाद सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
सब्जी मंडी इलाके में बिजली गिरने से मकान में लगी आग
उत्तर दिल्ली के सब्जी मंडी क्षेत्र से भी खौफनाक खबर सामने आई है। यहां एक मकान पर आकाशीय बिजली गिरने से आग लग गई। हालांकि, फायर ब्रिगेड की तत्परता से आग पर समय रहते काबू पा लिया गया और किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन अलर्ट मोड में
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) और स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर हैं। फायर सर्विस, पुलिस और मेडिकल टीमों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है। कई इलाकों में पेड़ गिरने और जलभराव की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली और एनसीआर के लिए अगले 24 घंटों तक तेज आंधी, गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।
दिल्ली में अचानक बदले मौसम ने कहर बरपाया है, जिससे कई परिवारों में मातम छा गया है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है, लेकिन इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि प्राकृतिक आपदाओं के सामने इंसान कितना असहाय हो सकता है।