जिलाधिकारी द्वारा संभल में स्थित न्यायालय को बहजोई स्थानांतरित किये जाने के आदेश के विरोध में अधिवक्ता सड़क पर उतर आये है। इस आदेश पर विरोध प्रकट करते हुए तमाम अधिवक्ताओ ने आज बुधवार को जुलुस निकाला व डीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
न्यायालय स्थानांतरित किये जाने का विरोध कर रहे अधिवक्ताओ का कहना था कि जनपद सम्भल का गठन 28 सितंबर 2011 को हुआ था। जनपद गठन के बाद से ही जिलाधिकारी का न्यायालय सम्भल स्थित अपर जिलाधिकारी के न्यायालय से संचालित हो रहा है। इस सम्बन्ध में सभी न्यायालयो व कार्यालयों में पूर्व से ही एक सहमति बनी हुई है कि जिला मुख्यालय का स्थाई निर्माण होने तक स्थिति यथावत रहेगी। पूर्व के जिलाधिकारियों ने भी इस पर कभी कोई आपत्ति नहीं लगाई। अधिवक्ताओ का कहना है कि वर्तमान जिलाधिकारी मनीष बंसल द्वारा न्यायालय को बहजोई स्थानांतरित किये जाने का आदेश विधि सम्मत नहीं है।
जिलाधिकारी के आदेश एक खिलाफ सड़को पर उतरे अधिवक्ता जुलुस की शक्ल में शंकर कॉलेज चौराहे पर पहुंचे और धरना देकर जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओ का कहना था कि यदि न्यायालय का संचालन पूर्व की भांति सम्भल से नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान अधिवक्ता प्रदीप कुमार गुप्ता, शरद चंद्र उपाध्याय, चौधरी नदीम, मोहम्मद कामिल, अमित उठवाल समेत दर्जनों अधिवक्ता मौजूद रहे।
अभी तक पाठक संख्या |