मेरठ - पुलिस व स्वाट टीम ने संयुक्त छापामारी कर पकड़ी अवैध हथियारो की फैक्ट्री, खाने के डिब्बो मे रखकर होती भी तमंचों की सप्लाई

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मेरठ कोतवाली थाना पुलिस व स्वाट टीम द्वारा कल शनिवार की रात की गयी संयुक्त छापामार कार्रवाई के बाद अवैध हथियार बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस दौरान मौके से 2 शातिर आरोपियो को गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तार किये गए आरोपियो से पूछताछ मे जुटी है। पुलिस का मानना है कि ये लोग अभी तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे बड़े पैमाने पर अवैध हथियारो की आपूर्ति कर चुके है। इस गिरोह ने शामिल अन्य सदस्यो की भी तलाश की जा रही है।


एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि कोतवाली थाना पुलिस को लम्बे समय से अवैध हथियार बनाये जाने व बेचे जाने के बारे मे सूचना मिल रही थी। कल शनिवार को मुखबिर से सूचना मिली कि दो लोग आज रात हथियारो की सप्लाई देने वाले है। सूचना पर पुलिस व स्वाट टीम द्वारा की गयी संयुक्त छापामार कार्रवाई मे महल तोपचीवाडा मे खाली पड़े एक मकान मे अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री चलती मिली। पुलिस ने मौके से दो आरोपियो शौक़ीन पुत्र जुम्मा, निवासी तितावी, मुजफ्फरनगर व इकबाल पुत्र सूलेमान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से बड़ी संख्या मे 315 बोर के 10 बने व 12 अधबने तमंचे और इन्हे बनाने के उपकरण बरामद किये है।


एसपी ने बताए कि गिरफ्तार किये गए दोनो आरोपियो से पूछ्ताछ कर इनके अन्य साथियो की जानकारी की जा रही है। दोनो के खिलाफ सुसंगत धाराओ मे मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किये गए शौक़ीन पर पूर्व मे ही 1 इकबाल पर 7 मुकदमे दर्ज थाना तितावी, मुजफ्फरनगर मे दर्ज है। पुलिस दोनो से पूछताछ कर जानकरी जुटा रही है कि ये लोग हथियार बनाकर कहाँ बेचते थे और किसके लिए हथियार बना रहे थे। गिरफ्तार किये गया आरोपियो ने पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ के दौरान बताया कि इन लोगो का काम लम्बे समय से चल रहा है। ये लोग बिचैलियो के माध्यम से व्हाट्सअप पर खरीदारो को तमंचों की तस्वीरे भेजते थे। खरीदार द्वारा तमंचा पसंद करने पर बना दिया जाता था और फिर खाने के डिब्बे, झोले, खाने की चीजों वाले पैकिटो मे रखकर खरीदार तक पहुंचा दिया जाता था। ये लोग 3 से 5 हजार रूपये कीमत मे तमंचा बेचते थे। फ़ूड पैकेटो की आड़ मे तमंचा बेचे जाने के कारण ये लोग पुलिस से भी बचे हुए थे।


एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि इकबाल पहले भी बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर के तितावी थाने से जेल जा चुका है। पुलिस ने दोनों के मोबाइल फोन जब्त किए हैं। जिनकी जांच कर रही है। इन दोनों के मोबाइल फोन से इनके दूसरे साथियों, बिचौलियों की जानकारी की जा रही है। ऑनलाइन भी किस तरह अवैध हथियारों की खरीद, फरोख्त होती थी वो भी चैक किया जा रहा है।

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