मुरादाबाद पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने फर्जी बिल और बोगस फर्मो के जरिये करोड़ो की जीएसटी चोरी के मामले मे वांछित एक आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। जीएसटी चोरी का यह सनसनीखेज मामला तब सामने आया, जब जीएसटी सहायक आयुक्त, राज्य कर सचल दल इकाई द्वितीय एवं षष्ठम, मुरादाबाद द्वारा संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई। एसआईटी इस गिरोह के अन्य सदस्यों और फर्जीवाड़े के पूरे पैमाने की जाँच कर रही है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद की गयी जाँच मे पुलिस ने एके इंटरप्राइजेज और सौरभ इंटरप्राइजेज जैसी फर्मों की गहराई से पड़ताल की। सौरभ इंटरप्राइजेज द्वारा कथित तौर पर लोहे का कबाड़ माल ले जाया जा रहा था।पुलिस की तकनीकी छानबीन में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पता चला कि इन फर्मों से जुड़े पंजीकृत मोबाइल नंबरों का उपयोग करके कुल 124 फर्जी फर्में जीएसटी के तहत पंजीकृत कराई गई थीं। इन सभी फर्मों का रजिस्ट्रेशन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर किया गया था, जिनका मुख्य काम केवल फर्जी बिलों का आदान-प्रदान कर सरकारी राजस्व को चूना लगाना था।
पुलिस उप-महानिरीक्षक मुरादाबाद परिक्षेत्र और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद मुरादाबाद के निर्देश पर इस बड़े फर्जीवाड़े की जाँच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया था। यह टीम पुलिस अधीक्षक (अपराध) के पर्यवेक्षण और क्षेत्राधिकारी (अपराध) के नेतृत्व में काम कर रही थी। एसआईटी ने इस पूरे नेटवर्क को भेदने के लिए तकनीकी संसाधनों का व्यापक इस्तेमाल किया और सूचनाएं एकत्र कीं। सटीक सूचना के आधार पर एसआईटी ने इस पूरे फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार करने की योजना बनाई।
एसआईटी के प्रयास रंग लाए और आज, 11 दिसंबर 2025 को टीम ने करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी के मुख्य आरोपी सुमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सुमित कुमार पुत्र सुधीर कुमार दिल्ली के स्वरूप नगर, नॉर्थ वेस्ट स्थित दत्ता मंदिर के पास गली नंबर 8 का निवासी है। गिरफ्तारी के समय पुलिस ने आरोपी सुमित कुमार के कब्जे से कई महत्वपूर्ण वस्तुएं बरामद की हैं, जो उसके फर्जीवाड़े के प्रमाण है। सुमित कुमार के पास से 1 मोबाइल, 1 सिम कार्ड, 3 लैपटॉप, 1 पैन कार्ड, 15 डेबिट/क्रेडिट कार्ड व 4 चेक बुक बरामद की है।
इस संबंध में थाना सिविल लाइंस में भारतीय न्याय संहिता (B.N.S.) की संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर ली है और मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम मे उप-निरीक्षक विवेक यादव, महिला उप-निरीक्षक पूजा, हेड कांस्टेबल अरुण प्रताप सिंह व प्रशांत शामिल रहे।
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