रिपोर्ट - चन्दौसी/संभल से जिला प्रभारी देवेन्द्र कुमार।

चन्दौसी जिला सम्भल का एक तहसील मुख्यालय एवं मुख्य व्यापारिक केन्द्र है। चन्दौसी नगर क्षेत्र से ही सटा है ग्राम पथरा यह काफी विस्तृत ग्राम पंचायत है और इसका काफी भाग शहरी आबादी से बिल्कुल जुड़ा है। ग्राम पंचायत के अन्तर्गत आने वाले कुछ क्षेत्र पर कालोनियॉ भी विकसित हो चुकी है। इन विकसित कालौनियो मे से ही एक है सीता रोड पर स्थित वशिष्ठ नगर कालौनी। इस कालौनी के पास ही प्रथमा बैंक की शाखा भी स्थित है। इस कालौनी के सामने सड़क के दूसरी ओर तालाब है।
इस कालौनी के निवासियो ने बताया कि यहॉ जगह जगह कूड़े के ढेर लगे है व सड़को का बुरा हाल है। खाली पड़े प्लॉट कूड़ाघर का रूप ले चुके है और सड़के गढढो मे तब्दील हो चुकी है। गन्दगी के ढेर जगह जगह लगे होने के कारण बीमारियॉ फैल रही है और साथ ही सॉप व बिच्छू जैसे जहरीले जीव भी पनप रहे है। सड़को का हाल भी खराब है इसके कारण निवासियो को आने जाने मे काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है और बाईक आदि के गिर जाने पर चोटिल हो रहे है।
ग्रामीणो का कहना है कि जहॉ एक तरफ पूरे भारत मे प्रधानमन्त्री की ओर से स्वचछता अभियान चलाया जा रहा है वही ग्राम पंचायत पथरा मे कूड़े के ढेर मुॅह चिढा रहे है। इन कूड़े के ढेरो से पनपती बीमारियॉ हो अथवा सड़को पर गिरकर चोटिल होते लोग परन्तु ग्राम पंचायत अथवा प्रशासन को इसकी कोई चिन्ता नही है। कुछ निवासियो के अनुसार उनको यहॉ रहते हुए 20 से 22 वर्ष तक हो चुके है तमाम ग्राम प्रधानो का कार्यकाल समाप्त उनके सामने समाप्त हो चुका है परन्तु कभी किसी ने इन समस्याओ के निराकरण हेतु कोई प्रभावी कदम नही उठाया और न ही कभी मौके पर आकर समस्याओ को देखा। पूर्व प्रधान, ब्लॉक प्रमुख एवं वर्तमान प्रधान श्रीमती विमलेश देवी पत्नी विनोद ब्रजवासी को भी इन समस्याओ के बारे मे कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन किसी ने भी उनकी समस्या को सुन निराकरण हेतु कोई प्रभावी कदम नही उठाया है। ग्रामीणो के अनुसार ग्राम प्रधान का कहना है कि सरकार सड़क निर्माण हेतु कोई धनराशि आवंटित नही कर रही है इसी कारण सड़क निर्माण का कार्य नही कराया जा रहा है।
ग्राम पथरा व ग्राम पंचायत के अन्तर्गत आने वाले वशिष्ठ नगर निवासियो मे गहरा आक्रोश व्यापत है उनका कहना है कि ग्राम प्रधान बदल गये, सरकारे बदल गयी परन्तु नही बदली गॉव की तस्वीर न गॉव की सड़को के हालात दुरूस्त हो सके और न ही कूड़ के ढेरो मे कोई कमी आयी। यही हालात ऐसे ही रहे तो वह दिन दूर नही जब ये आक्रोशित निवासी अपनी समस्याओ को लेकर सड़को पर उतर आयेंगे।
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चन्दौसी जिला सम्भल का एक तहसील मुख्यालय एवं मुख्य व्यापारिक केन्द्र है। चन्दौसी नगर क्षेत्र से ही सटा है ग्राम पथरा यह काफी विस्तृत ग्राम पंचायत है और इसका काफी भाग शहरी आबादी से बिल्कुल जुड़ा है। ग्राम पंचायत के अन्तर्गत आने वाले कुछ क्षेत्र पर कालोनियॉ भी विकसित हो चुकी है। इन विकसित कालौनियो मे से ही एक है सीता रोड पर स्थित वशिष्ठ नगर कालौनी। इस कालौनी के पास ही प्रथमा बैंक की शाखा भी स्थित है। इस कालौनी के सामने सड़क के दूसरी ओर तालाब है।
इस कालौनी के निवासियो ने बताया कि यहॉ जगह जगह कूड़े के ढेर लगे है व सड़को का बुरा हाल है। खाली पड़े प्लॉट कूड़ाघर का रूप ले चुके है और सड़के गढढो मे तब्दील हो चुकी है। गन्दगी के ढेर जगह जगह लगे होने के कारण बीमारियॉ फैल रही है और साथ ही सॉप व बिच्छू जैसे जहरीले जीव भी पनप रहे है। सड़को का हाल भी खराब है इसके कारण निवासियो को आने जाने मे काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है और बाईक आदि के गिर जाने पर चोटिल हो रहे है।
ग्रामीणो का कहना है कि जहॉ एक तरफ पूरे भारत मे प्रधानमन्त्री की ओर से स्वचछता अभियान चलाया जा रहा है वही ग्राम पंचायत पथरा मे कूड़े के ढेर मुॅह चिढा रहे है। इन कूड़े के ढेरो से पनपती बीमारियॉ हो अथवा सड़को पर गिरकर चोटिल होते लोग परन्तु ग्राम पंचायत अथवा प्रशासन को इसकी कोई चिन्ता नही है। कुछ निवासियो के अनुसार उनको यहॉ रहते हुए 20 से 22 वर्ष तक हो चुके है तमाम ग्राम प्रधानो का कार्यकाल समाप्त उनके सामने समाप्त हो चुका है परन्तु कभी किसी ने इन समस्याओ के निराकरण हेतु कोई प्रभावी कदम नही उठाया और न ही कभी मौके पर आकर समस्याओ को देखा। पूर्व प्रधान, ब्लॉक प्रमुख एवं वर्तमान प्रधान श्रीमती विमलेश देवी पत्नी विनोद ब्रजवासी को भी इन समस्याओ के बारे मे कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन किसी ने भी उनकी समस्या को सुन निराकरण हेतु कोई प्रभावी कदम नही उठाया है। ग्रामीणो के अनुसार ग्राम प्रधान का कहना है कि सरकार सड़क निर्माण हेतु कोई धनराशि आवंटित नही कर रही है इसी कारण सड़क निर्माण का कार्य नही कराया जा रहा है।
ग्राम पथरा व ग्राम पंचायत के अन्तर्गत आने वाले वशिष्ठ नगर निवासियो मे गहरा आक्रोश व्यापत है उनका कहना है कि ग्राम प्रधान बदल गये, सरकारे बदल गयी परन्तु नही बदली गॉव की तस्वीर न गॉव की सड़को के हालात दुरूस्त हो सके और न ही कूड़ के ढेरो मे कोई कमी आयी। यही हालात ऐसे ही रहे तो वह दिन दूर नही जब ये आक्रोशित निवासी अपनी समस्याओ को लेकर सड़को पर उतर आयेंगे।