इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में सामने आया नया मोड़, पुलिस जांच में खुलासा - 'संजय वर्मा' कोई और नहीं बल्कि सोनम का बॉयफ्रेंड राज कुशवाहा था
मेघालय में हुए चर्चित हनीमून मर्डर केस में एक नया नाम सामने आया है – संजय वर्मा। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि सोनम रघुवंशी ने अपनी शादी से पहले इस शख्स को 100 से अधिक बार कॉल किया था। लेकिन जब पुलिस ने इस नाम की गहराई से जांच की तो सामने आया कि संजय वर्मा असल में कोई और नहीं, बल्कि सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा ही था, जो राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड निकला।
हनीमून के दौरान हुई थी हत्या
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। इसके बाद दोनों 20 मई को मेघालय के सोहरा क्षेत्र (पूर्वी खासी हिल्स) में हनीमून मनाने गए थे। लेकिन 23 मई को दोनों लापता हो गए। करीब 10 दिन बाद, 2 जून को राजा का सड़ा-गला शव एक झरने के पास मिला।
पुलिस की जांच में खुलासा
पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सैयम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया, “सोनम ने शादी से पहले संजय वर्मा नामक व्यक्ति को 100 से ज्यादा बार फोन किया था। यहां तक कि शादी के बाद भी दोनों के बीच बातचीत जारी रही।”
जब पुलिस ने ;संजय वर्मा की तलाश शुरू की तो पता चला कि ऐसा कोई व्यक्ति अस्तित्व में ही नहीं है। यह नाम तो सोनम के प्रेमी राज कुशवाहा का एक फर्जी नाम था।
साजिश की पूरी कहानी
पुलिस के अनुसार, राज कुशवाहा ने अपने तीन साथियों की मदद से राजा की हत्या की योजना बनाई। इससे पहले तीन बार राजा को मारने की कोशिश की गई, लेकिन सभी प्रयास असफल रहे। आखिरकार 23 मई को सोहरा क्षेत्र में हत्या कर दी गई।
पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद सोनम ने अपने पति का मोबाइल फोन बंद कर दिया और खुद अलग-अलग राज्यों – असम, पश्चिम बंगाल, बिहार, और उत्तर प्रदेश – होते हुए इंदौर लौट आई। वह अपने पीछे एक ट्रॉली बैग में मंगलसूत्र और अंगूठी छोड़ गई थी, जिसने पुलिस का शक और गहरा कर दिया।
SIT कर रही है आर्थिक एंगल की जांच
पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) इस केस की आर्थिक दृष्टिकोण से भी जांच कर रही है। एसपी ऋतुराज रवि ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस हत्या के पीछे कोई आर्थिक लाभ भी जुड़ा था।
सोनम का भाई बोला - नहीं जानता किसी संजय वर्मा को
सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद रघुवंशी ने मीडिया से कहा, “मैं संजय वर्मा नाम के किसी व्यक्ति को नहीं जानता। मुझे आज ही पता चला कि इस नाम का भी केस में जिक्र हो रहा है। मैं तो बस उन जगहों को दिखाने आया था जहां राज काम करता था।”
पुलिस का आगे का कदम
फिलहाल सभी पांचों आरोपी — सोनम, राज कुशवाहा और तीन सुपारी किलर — गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस की एक टीम अभी इंदौर में है और यह जांच कर रही है कि कहीं इस हत्या से किसी को कोई आर्थिक लाभ तो नहीं हुआ।
राज कुशवाहा खुद मेघालय नहीं गया था ताकि पुलिस का ध्यान उस पर न जाए। वह सोनम के परिवार द्वारा चलाए जा रहे एक व्यवसाय में काम करता था।
मेघालय हनीमून मर्डर केस में अब तक सामने आए तथ्यों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह हत्या सिर्फ प्रेम प्रसंग नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी। अब देखना यह होगा कि SIT की जांच में कौन-कौन से और राज उजागर होते हैं और क्या यह केस केवल प्यार और धोखे तक सीमित था, या इसके पीछे कोई और बड़ा कारण छिपा है।