रिपोर्ट - नगीना/बिजनौर (याज्ञवल्क्य शर्मा)
अभी तक प्राइमरी स्कूलों में वितरित किए जाने वाले मिड डे मील में शिकायतें मिलती आई हैं। बच्चे बीमार होते रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मदरसे वितरित किए गए मिड डे मील में मरी हुई छिपकली निकलने से बन गया। वितरित किया गया खाना खाने के बाद लगभग 50 बच्चे बीमार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी बच्चों को सीएचसी भिजवाया मदरसा प्रबंधन ने एनजीओ संचालक के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
नगर नगीना के मोहल्ला काजी सराय में मदरसा फैजुल कुरान स्थित है। जहां कक्षा एक से पांच तक के सभी विद्यार्थियों के लिए धामपुर निवासी अजीत कुमार के एनजीओ द्वारा मिड डे मील सप्लाई किया जाता है। सोमवार को भी अजीत कुमार का साथी जावेद मदरसे में कुल 268 बच्चों के लिए मिड डे मील लेकर पहुंचा था। वह खाने का भगोना देकर वापस चला गया। भोजनावकाश में जब मदरसे के बच्चों ने मिड डे मील खाना शुरु किया तभी शरीफ अहमद व हाफिज एहसान जो मदरसे में अध्यापक हैं को सब्जी में मरी हुई छिपकली पड़ी दिखाई दी। तब तक करीबन 70 बच्चों ने खाना खा लिया था। खाना खाने के कुछ देर बाद ही 50 बच्चों की तबीयत खराब होने लगी और बच्चों को उल्टी व जी मिचलाने की शिकायत हुई।
बच्चों की तबीयत खराब होती देखकर मदरसे के अध्यापक घबरा गए। मदरसा प्रबंधन द्वारा इसकी सूचना थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार सिंह व प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ मदरसे पर पहुंचे और मिड डे मील खाने से बीमार हुए बच्चों को सीएचसी पहुंचाया। SDM डॉक्टर गजेंद्र सिंह व सीओ महेश कुमार ने सीएचसी पहुंच कर बच्चों का हाल चाल जाना। थाना प्रभारी ने बताया कि एनजीओ संचालक अजीत कुमार, जावेद व बिट्टू के खिलाफ मदरसा प्रबंधक एहसान उद्दीन फारूकी की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर मोहम्मद फैज ने बताया कि खाना खाने से बच्चों को उल्टी व जी मिचलाने की शिकायत हुई थी सभी बच्चों का उपचार हो रहा है सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।