विकास खंड संभल के गाँव शरीफपुर में बनाई गयी अस्थाई गौशाला में गौवंशीय पशुओ की मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत अधिकारी व पशुधन प्रसार अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पशुओ की मौत का कारण बाजरा खाने से फ़ूड प्वाइजनिंग होना बताया जा रहा है। जिलाधिकारी ने इस मामले में सीवीओ व बीडीओ सम्भल सहित 4 अन्य अधिकारियो से भी स्पष्टीकरण माँगा है।
क्षेत्र में चर्चा है कि उक्त गौशाला में 15 से 20 गौवंशीय पशुओ की मौत हुई है। जिला प्रशासन ने 6 गायो की मौत होने की पुष्टि की है। ग्रामीणों के अनुसार गौशाला पहुँचने पर उन्होंने तमाम पशुओ के शव वहाँ पड़े देखे थे। इस दौरान ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे परन्तु अधिकारियो को सूचित नहीं किया। ग्रामीणों द्वारा सूचना दिए जाने पर सीवीओ दिनेश चंद्र। बीडीओ संभल प्रेमपाल सिंह व कार्यवाहक एसडीएम दीपक चौधरी भी मौके पर पहुंचे थे। मौके पर पहुंचे अधिकारियो ने गड्ढे खुदवाकर पशुओ को दफन करने का काम शुरू कराया था। इस दौरान 2 पशुओ की टाँगे मिट्टी से बाहर निकली दिखाई दे रही थी जबकि 6 पशुओ के शव इधर उधर पड़े हुए थे। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया ने मौके पर पहुँचकर निरिक्षण किया था। जिलाधिकारी ने बताया कि पशुओ की मौत बाजरा खाने के कारण फ़ूड प्वाजनिंग के कारण हुई है। इसके चलते 6 गायो की मौत हुई है जबकि 6 का उपचार कराया जा रहा है।
उक्त मामले में कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत अधिकारी सौरभ कुमार सिंह और पशुधन प्रसार अधिकारी शुभम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने एआर कोओपरेटिव के नोडल अधिकारी वीरेंद्र सिंह, डिप्टी सीवीओ डा0 राजपाल वर्मा, सीवीओ दिनेश चंद्र व बीडीओ सम्भल प्रेमपाल से स्पष्टीकरण माँगा है। इस मामले में ग्राम प्रधान समेत अन्य दोषियो पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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