पुलिस की निष्क्रियता से तंग आ चुकी एक महिला ने आज बुधवार को एसएसपी कार्यालय के बाहर जहर खाकर जान देने का प्रयास किया। महिला का कहना है कि उसका पति व ससुराल पक्ष के अन्य सदस्य उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे है और बच्चे का जन्म होने के बाद से पति के साथ नही रहने दे रहे है। महिला का कहना हैं कि उसके ससुराल वालो ने फर्जी तलाक भी करा दिया है। पीड़िता का कहना है कि वह पिछले 7 माह से थाने के चक्कर काट रही है मगर कोई कार्रवाई नही की गयी है। इसी सबके चलते उसने ये आत्मघाती कदम उठाया है। फ़िलहाल महिला को उपचार हेतु जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। एसएसपी डा0 बृजेश सिंह ने इस मामले की जाँच एसपी देहात को दी है।
जिला बदायूं के मूसाझाग थाना क्षेत्र के ताल गाँव निवासी निशा ने बताया कि उसका पति मुशर्रफ व ससुराल पक्ष के अन्य सदस्य उसे लगातार प्रताड़ित करते है। महिला ने बताया कि वह अपने पति के साथ दिल्ली मे रहती है और उसकी मासूम बच्ची के दिल में छेद है। महिला ने बताया कि मेरे पति मुशर्रफ ने मुझे छोड़ दिया है। उसने इस मामले की शिकायत मूसाझाग पुलिस से की थी और मुशर्रफ को दिल्ली के बुलाये जाने की गुहार लगाई थी। पीड़िता का कहना है कि पुलिस उसे पिछले 7 माह से लगातार ये कहकर टरका रही है कि मुशर्रफ के आने पर तुम्हे बुला लेंगे। महिला का कहना है कि यहाँ गाँव में उसकी 70 वर्षीय सास रहती है। आरोप है कि सास नही चाहती कि निशा अपने पति के साथ रहे। इसी सबसे तंग आकर आज उसने एसएसपी कार्यालय के बाहर जहर खा लिया।
पुलिस के अनुसार महिला ने गत दिनो एसएसपी से मामले की शिकायत की थी। इसके बाद महिला थाना पुलिस को निर्देश दिए गए थे। महिला का बयान भी महिला थाना पुलिस ने दर्ज किया था। पुलिस का कहना है कि महिला का निकाह और तलाक सब दिल्ली मे हुआ है। ये मामला दिल्ली से जुड़ा है, ऐसे मे स्थानीय स्तर पर केवल पति को यहाँ बुलाने का प्रयास किया जा सकता है। महिला के पति को नोटिस जारी किया गया है। महिला का पति व पूरा परिवार दिल्ली ही रहता है। यहाँ गाँव में केवल महिला की वृद्ध सास रहती है। एसपी देहात केके सरोज ने बताया कि महिला के पति के खिलाफ मुस्लिम विवाह अधिनियम के साथ ही घरेलू हिंसा व दहेज अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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