देश व प्रदेश सरकार द्वारा भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने हेतु किये जा रहे तमाम प्रयासों को प्रशासनिक पदो पर बैठे अधिकारी व कर्मचारी किस प्रकार विफल कर रहे है इससे जुड़े समाचार लगातार मीडिया माध्यमो की सुर्खिया बने रहते है। ऐसा ही एक ताजा मामला जिला बिजनौर के हल्दौर थाना क्षेत्र से प्रकाश मे आया है। इस वीडियो मे क्षेत्रीय लेखपाल एक घर में बैठकर भूमि के पट्टे कराने के बदले रिश्वत लेते साफ नजर आ रहे है। ये वीडियो वायरल होने के बाद मुखर हुए ग्रामीणो ने लेखपाल पर अपने पद व अधिकारो का दुरूपयोग करते हुए उत्पीड़न करने के आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
पाठको को बताना उचित होगा कि उक्त वीडियो हल्दौर थाना क्षेत्र के गाँव नांगल जट से जुड़ा है। इस वीडियो को बनाकर वायरल करने वाले पक्ष का कहना है कि क्षेत्रीय लेखपाल तेजपाल सिंह ने सरकारी जमीनो का पट्टा कराने के बदले उनसे रिश्वत की मांग की थी। लेखपाल की इस करतूत को सामने लाने के लिए उन्होंने वीडियो बनाई है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद क्षेत्रीय ग्रामीण भी मुखर हुए है और लेखपाल पर तमाम आरोप लगाए है। ग्रामीणो का कहना है कि लेखपाल तेजपाल सिंह आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र पर रिपोर्ट लगाने से लेकर अन्य कार्यो मे भी जमकर उगाही कर रहे है। ग्रामीणो का कहना है कि कोई साक्ष्य न होने के कारण वे चुप थे मगर इस वीडियो मे नोट गिनते लेखपाल व हो रही बातचीत को देखकर सारा मामला स्पष्ट हो रहा है। इस मामले की शिकायत लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची एक महिला ने मीडिया को बताया कि लेखपाल तेजपाल सिंह ने भूमि के पट्टे कराने के बदले उससे व अन्य ग्रामीणो से रिश्वत के रूप मे मोटी रकम वसूल की है। महिला का आरोप है कि इस सबके बाद भी लेखपाल लम्बे समय से कोई जबाब नहीं दे रहे है।
अब देखना है कि शासन की मंशानुसार देश को भ्र्ष्टाचार मुक्त बनाने की मुहिम मे जुटे होने का दावा करने वाले प्रशासनिक अधिकारी दोषी लेखपाल के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई करते भी है या कुछ समय के लिए निलंबित कर मामले को दबा देते है।