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| पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी का जासूस शहजाद व उसकी पत्नी राजिया |
यूपी एटीएस द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के लिए जासूसी करने के आरोपी रामपुर निवासी शहजाद की गिरफ्तारी किये जाने के बाद से क्षेत्र मे सन्नाटा पसरा हुआ है। क्षेत्रीय निवासी शहजाद की गिरफ्तारी को लेकर असमंस की स्थिति मे है। क्षेत्रीय निवासियो का कहना है कि शहजाद शांत स्वभाव का व्यक्ति है वह इतने संगीन अपराध मे लिप्त होगा इसके बारे मे कभी सोचा भी नही था। क्षेत्रीय निवासियो ने बताया कि शहजाद पहले गाड़ी चलाता था और कंबल बेचने का काम करता था। पिछले कुछ वर्षो से वह पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से लेडीज सूट और कपड़ा मंगाकर स्थानीय स्तर पर बेचने लगा था। इस मामले में शहजाद की पत्नी राजिया का कहना है कि उसका शौहर दो बार पाकिस्तान गया था मगर इसके पीछे का मकसद सिर्फ कारोबार ही था।
पाठको को बताना उचित होगा कि गत माह जम्मू कश्मीर के पहलगाम मे हुई आतंकी घटना के बाद एटीएस समेत कई एजेंसिया देश मे छिपे पाकिस्तान के जासूसों की तलाश मे जुटी हुई है। एटीएस को सूचना मिली थी कि जिला रामपुर के टांडा क्षेत्र का निवासी एक युवक भारत -पाकिस्तान सीमा पर तस्करी के कार्य मे लिप्त है। ये युवक पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी से जुड़ा है और देश विरोधी गतिविधियो मे शामिल है। एटीएस द्वारा गहनता से जांच करने पर पता लगा कि जिला रामपुर के टांडा कस्बे का निवासी शहजाद गत वर्षो मे पाकिस्तान जाता रहा है। पता लगा कि वह भारत पाकिस्तान के बीच अवैध रूप से कास्मेटिक, कपड़े, मसालो व अन्य सामान का कारोबार करता है। इस कारोबार की आड़ मे ही वह आईएसआई के एजेंट्स से सम्पर्क बनाये हुए है और देश की सुरक्षा से जुड़ी तमाम गोपनीय जानकारी उपलब्ध करा रहा है। सूचना के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के बाद एटीएस ने शहजाद को कल गिरफ्तार कर लिया था।
एटीएस द्वारा की गयी पूछताछ में शहजाद ने बताया कि वह रामपुर के साथ ही प्रदेश के कई अन्य स्थानों से भी लोगों को तस्करी की आड़ में आईएसआई के लिए काम करने के उद्देश्य से पाकिस्तान भेजता था। उनके वीजा आदि का इंतजाम आईएसआई के एजेंट कराते थे। शहजाद पिछले 10 वर्षो से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के लिए काम कर रहा था। शहजाद ने धर्म और दीन की बातो में उलझाकर रामपुर, मुरादाबाद, संभल और आसपास के जिलों के युवाओं को भी बरगलाकर आईएसआई से जोड़ दिया था। शहजाद ने कारोबार की आड़ में इन लोगों को भी पाकिस्तान भिजवाया। शहजाद के कहने पर पाकिस्तानी वीजा आदि की व्यवस्था भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स करते थे। शहजाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर भारत में छिपे उसके एजेंट्स को पैसे भी उपलब्ध कराता था। पाक एजेंसी उसे जहां निर्देश देती थी, शहजाद वहां जाकर उसके एजेंट्स को रकम देता था। शहजाद ने आईएसआई को बड़ी संख्या में भारतीय सिम भी उपलब्ध कराए थे। इन सिमो का प्रयोग आईएसआई द्वारा जासूसी और आतंकी घटनाओं के लिए किया जाता था। यूपीएटीएस ने शहजाद को आज सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।
दूसरी ओर इस बारे मे शहजाद की पत्नी राजिया का कहना है कि उसके शौहर को फंसाया गया है। राजिया का कहना है कि मेरे पति कपड़ों का काम करते थे। काम के सिलसिले में वे पाकिस्तान जाते थे। उनका आईएसआई से कोई सम्बन्ध नही है। राजिया ने बताया कि कल रात एक पुलिसकर्मी आया था और मेरे पति को उठाकर ले गया। शहजाद की गिरफ्तारी के बाद टांडा के लोग हैरान हैं। पड़ोसियों का कहना है कि शहजाद सामान्य व्यवहार का व्यक्ति था। वह कपड़ा व्यापार में सक्रिय था। किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह इतने बड़े मामले में शामिल हो सकता है। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि हमें तो तब पता चला, जब एटीएस उसे ले गई। यह सुनकर सभी को झटका लगा।
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