उत्तर प्रदेश के जिला सम्भल से सरकार द्वारा वितरित किये जाने वाले पुष्टाहार की कालाबाजारी से जुड़ा एक मामला प्रकाश मे आया है। यहाँ एक ई रिक्शा में सरकारी राशन भरा देख ग्रामीणो ने उसे रोक लिया और हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी प्रकार हंगामा कर रहे ग्रामीणो को शांत किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
उक्त घटना जिला सम्भल के मंडी किशन दास सराय से जुड़ी है। आज मंगलवार को एक ई रिक्शा में सरकारी राशन का सामान लदा देख ग्रामीणो ने उसे रोक लिया और हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणो का कहना था कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुगमा परवीन, नीलम व डॉक्टर हर्ष स्वरुप एक राय होकर गर्भवती महिलाओ व बच्चो के लिए आने वाले पुष्टाहार की कालाबाजारी कर रहे है। प्रत्यशदर्शियो के अनुसार डॉक्टर ने ई रिक्शा रोककर आंगनबाड़ी कार्यकत्री को अपने घर के अंदर बुलाया और पैसे का लेनदेन कर राशन से भरा रिक्शा छोड़ने को कहा। इसी को लेकर ग्रामीण भड़क उठे।
इस हंगामे के दौरान रही एक महिला इंद्रावती ने डॉक्टर हर्ष स्वरुप पर 80 हजार रूपये की ठगी का भी आरोप लगाया। इंद्रावती का कहना है कि डॉक्टर डाकघर मे जमा करने के नाम पर उससे प्रति माह 1 हजार रुपए लेता था और ये सिलसिला पिछले 7 वर्षो से चल रहा है। इस दौरान मौजूद रही महिला ने डॉक्टर से अपने पैसे की भी मांग की। इस दौरान इंद्रावती व डॉक्टर के बीच हाथापाई भी हुई। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। स्थानीय महिलाओ का आरोप है कि उन्हें प्रतिमाह केवल आधा किलो राशन दिया जाता है व शेष की कालाबाजारी कर दी जाती है। मौके पर पहुंची पुलिस ने रिक्शा मे लदा राशन कब्जे मे ले लिया है। ग्रामीणो ने आरोपियो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जाँच मे जुटी है।
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