उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर से कपड़े की दुकान पर काम करने वाली एक हिंदू महिला का दुकान स्वामी द्वारा धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करने का मामला प्रकाश मे आया है। आरोप है कि कपड़ा व्यापारी अब महिला की किडनी का सौदा कर रहा था और विरोध करने पर महिला को जहर देकर मारने का प्रयास किया गया। पुलिस ने पीड़िता द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर मुख्य आरोपी व उसकी पत्नी समेत 5 आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है।
कल देर रात कोतवाली नगर बिजनौर मे पीड़िता द्वारा दी गयी तहरीर मे बताया गया कि लगभग 10 माह पूर्व उसके पति ने उसे कपड़ा व्यापारी मोहम्मद तारिक मंसूरी की दुकान पर काम पर रखवाया था। समय के साथ तारिक मंसूरी कपड़ा खरीदने के लिए दूसरे शहरो मे भी महिला को साथ ले जाने लगा। इस काम के चलते महिला अक्सर अपने घर देर रात से पहुंचने लगी और पति से अलगाव हो गया। इसके बाद तारिक मंसूरी ने महिला को मंडावर मे किराए का एक कमरा दिला दिया था। आरोप है कि गत 23 फरवरी 2025 को तारिक मंसूरी ने महिला को नशा सुँघाकर बेहोश किया और बुरका पहनाकर नजीबाबाद ले जाकर निकाह कर लिया। आरोप है कि इस पूरे घटनाक्रम मे मुख्य आरोपी तारिक मंसूरी की पत्नी नसरीन व अन्य लोग शामिल रहे।
आरोप है कि निकाह करने के बाद तारिक महिला के साथ लगातार दुष्कर्म करता रहा और फिर उसकी किडनी बेचने की फ़िराक मे लग गया। किडनी बेचने के लिए गत 13 जुलाई को महिला को दिल्ली ले जाया गया। यहाँ तक महिला को उसकी किडनी बेचे जाने के बारे मे कुछ नही बताया गया। यहाँ 50 लाख मे सौदा तय हो गया लेकिन तारिक ने 90 लाख की मांग की और बात बिगड़ गयी। फिर महिला को ऋषिकेश के एक अस्पताल ले जाया गया। जहाँ महिला को किडनी बेचे जाने के बारे में जानकारी हुई और उसने विरोध शुरू कर दिया। महिला वहां से लड़ झगड़कर वापस आ गयी। आरोप है कि आरोपियो ने ऋषिकेश से वापस आयी महिला को जान से मारने का भी प्रयास किया। आरोप है कि जहर देने से पूर्व की जा रही मारपीट के दौरान आरोपियो के पक्ष मे आये संदीप भट्टे वाले ने कहा था कि इसे ऐसे मत मारो जहर दे दो। इस मामले मे संदीप भट्टे वाले को भी नामजद किया गया है। संदीप पूर्व में जिला सहकारी बैंक का संचालक रह चुका है। आरोपियो ने गत 21 जुलाई को उसके मुंह मे जबरन जहर दाल दिया और पानी पिला दिया। हालाँकि समय पर अस्पताल पहुंचने के कारण महिला की जान बच गयी। इसके बाद महिला ने फोन कर अपने भाई कर पिता को बुलाया।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और मुख्य आरोपी मोहम्मद तारिक मंसूरी पुत्र करूद्दीन व उसकी पत्नी नसरीन निवासी गाँव तितोसरा, नदीम पुत्र रफीक अहमद, निवासी मोहल्ला मिर्जापुर, किरतपुर, अमन उर्फ़ सुलेमान पुत्र अब्दुल बहाव, निवासी मोहल्ला खेल मैदान, किरतपुर, अयान पुत्र आजम, निवासी मोहल्ला अंसारियान, किरतपुर को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता द्वारा दर्ज कराये गए मुकदमे मे 10 लोगो को नामजद किया गया है। पुलिस अभी रेशमा, अदनान, महराज, संदीप और फहीम की तलाश मे जुटी है।
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