उत्तर प्रदेश की अमरोहा पुलिस ने एक दरोगा द्वारा वर्दी की आड़ में रची गई एक संगीन साज़िश का पर्दाफाश किया है। इस साजिश को रचने मे पुलिस उपनिरीक्षक (दरोगा) के साथ ही दो हिस्ट्रीशीटर, एक पीआरडी जवान और एक महिला भी शामिल थी। इस गिरोह ने एक प्रॉपर्टी डीलर को रेप के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर बंधक बनाया और उससे ₹1.25 लाख की मोटी रकम ऐंठ ली। पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इस पूरे 'नाटक' का मास्टरमाइंड जिला हापुड़ के सिंभावली थाने में तैनात दरोगा नितिन कुमार वर्मा समेत दो आरोपी अभी भी फरार हैं।
उक्त मामले मे शिकायतकर्ता नईम अहमद (प्रॉपर्टी डीलर) निवासी गाँव सलेमपुर सलार, जिला ने गजरौला थाने मे एक मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायतकर्ता नईम ने पुलिस को दी गयी तहरीर में मुरादाबाद के डिलारी थाना क्षेत्र के चांगेरी गाँव निवासी दरोगा नितिन कुमार वर्मा पर गंभीर आरोप लगाया थे। आरोप था कि दरोगा नितिन कुमार वर्मा ने रेप के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हुए उन्हे बंधक बना लिया और ₹1.25 लाख वसूल लिए।
गजरौला पुलिस द्वारा की गयी जांच में पता चला कि यह पूरा घटनाक्रम एक सुनियोजित योजना का हिस्सा था। पुलिस द्वारा की गयी जाँच में खुलासा हुआ की दरोगा नितिन और हापुड़ के सिंभावली निवासी हिस्ट्रीशीटर खालिद ने मिलकर यह साजिश रची थी। खालिद की नईम से 10 साल पुरानी जान-पहचान थी। इसी जान पहचान के चलते खालिद ने नईम को एक आकर्षक प्लॉट दिखाने के बहाने 11 दिसंबर को अमरोहा बुलाया। दूसरी ओर योजना के तहत दरोगा नितिन कुमार वर्मा भी अपने ही थाने के एक पीआरडी जवान लाखन को 'दबिश' के नाम पर अमरोहा ले आया था। इसी बीच गजरौला निवासी हिस्ट्रीशीटर दीपक और उसका साथी नवीन वर्मा भी प्लॉट के पास पहुँच गए। जैसे ही नईम मौके पर पहुँचा आरोपियों ने उसे जबरन एक गाड़ी में बैठा लिया और गजरौला थाने के पास ले गए। वहाँ सभी आरोपियों ने मिलकर नईम को रेप के मुकदमे में फंसाने की धमकी देनी शुरू कर दी। कहानी को और पुख्ता करने के लिए उन्होंने महिला कौशर को मौके पर बुलाया और पीड़ित को बताया कि कौशर के साथ रेप की वारदात दिखाकर उसे जेल भेज दिया जाएगा।
पुलिस थाने के पास टहलते हुए दरोगा नितिन कुमार वर्मा ने भी पीड़ित को धमकाया, जिससे नईम को यह विश्वास हो गया कि अब उसका फँसना तय है। इस 'त्रासदी' के बाद, आरोपी पीड़ित को हिस्ट्रीशीटर दीपक के गजरौला रेलवे स्टेशन के पास कार्यालय ले गए और बंधक बना लिया। उन्होंने पीड़ित के परिवार को फोन करके दबाव बनाया और अंततः ₹1.25 लाख की रकम वसूल ली। रकम मिलने के बाद 14 दिसंबर को नईम को छोड़ा गया, जिसने तुरंत गजरौला थाने पहुँचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस अधीक्षक (SP) अमित कुमार आनंद ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। हापुड़ के सिंभावली निवासी हिस्ट्रीशीटर खालिद, अमरोहा के गजरौला की खेम सिंह कॉलोनी निवासी हिस्ट्रीशीटर दीपक, पीआरडी जवान लाखन और हापुड़ के रझेड़ा निवासी महिला कौशर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी को जेल भेज दिया गया है।
इस पूरे षड्यंत्र का मुख्य सूत्रधार दरोगा नितिन कुमार वर्मा और उसका साथी नवीन वर्मा अभी भी फरार हैं। एसपी आनंद ने आश्वासन दिया कि फरार आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पकड़े गए खालिद, दीपक और पीआरडी जवान लाखन पर पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
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